East Champaran News : पूर्वी चंपारण के कोटवा मच्छरगावां में तेंदुए का हमला, दो लोग हुए घायल
जंगलों से भटककर गांव में घुसा तेंदुआ झाड़ी से निकलकर आवासीय परिसर में बनाया डेरा बंधक बने घरवाले सूचना पर पंहुची पुलिस व वन विभाग की टीम तेंदुआ को पकड़ने की हो रही कोशिश । East Champaran News
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। कोटवा थाना क्षेत्र के मच्छरगावां में जंगलों से भटककर पहुंचे तेंदुआ ने दो लोगों पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। दोनों घायल गांव के बगल की झाड़ी में लकड़ी काटने गए थे, जहां तेंदुआ पहले से छुपा हुआ था। दोनों घायलों का इलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा है। घटना के संबंध में घायल बुच्चा मांझी ने बताया कि घर के बगल में झाड़ी है वहीं मूंज (एक प्रकार की घास) काटने गए थे। इसी दौरान अचानक से झाड़ी में छुपे तेंदुआ ने हमला कर दिया। किसी तरह अपनी जान बचाकर वह वहां से निकल कर भागा। तब तक ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इसी दौरान पुनः ग्रामीण बासठ पासवान पर हमला कर उनके बांह से मांस निकाल लिया। ग्रामीणों को आता देख तेंदुआ फिर से उसी झाड़ी में जा छुपा है।
तेंदुआ आने की सूचना मिलते ही स्थानीय थानाध्यक्ष राजीव कुमार, सीओ इन्द्रासन साह और वन विभाग के अधिकारी विनोद कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। हालांकि, सभी लोग अभी डीएफओ की टीम का इंतजार कर रहे हैं, जो तेंदुआ को पकड़ सके। वही गांव में तेंदुआ के आ जाने से ग्रामीण काफी डरे हुए है। आश्चर्य यह कि बार-बार सूचना देने के बाद भी वन प्रमंडल पदाधिकारी खुद संध्या 6 बजे भी उक्त स्थल पर नहीं पहुंच सके थे। इधर मिली जानकारी के अनुसार लोगों का गुस्सा फूटने लगा है। लोग उक्त झाड़ी में ईंट-पत्थर फेंक रहे हैं और पटाखे भी फोड़ रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक तेंदुआ झाड़ी से निकल एक आवासीय घर में घुस गया है। बाहर से उक्त घर को बंद कर दिया गया है। घर का पूरा परिवार छत पर जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
तेंदुआ वाले इलाके में आवाजाही पर लगी रही रोक
जिस इलाके में तेंदुआ पहुंचा है वहां दो लोगों पर हमला होने के बाद पुलिस प्रशासन ने लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। बताया जाता है कि तेंदुआ झाड़ी से निकलकर एक आवासीय घर में घुस गया है। यह संयोग की बात है कि घर के लोग छत पर चले गए हैं और नीचे तेंदुआ ने अपना बसेरा बना लिया है। छत पर गए घरवालों की स्थिति काफी असहज हो गई है। उनका दैनिक कार्य पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्हें सारा काम छत पर ही करना पड़ रहा है। एक तरह से तेंदुआ ने उन्हें उपर बंधक बना लिया है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि उन्हें छत पर ही हरसंभव सुविधा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। शीघ्र ही तेंदुआ को पकड़ लिया जाएगा।वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रभाकर झा का कहना हैं सूचना मिलने के साथ ही वन विभाग की टीम वहां पहंच गई है। बीस वन कर्मियों की टीम वहां दोबारा भेजी गई है। तेंदुआ को पकड़ने के लिए बेतिया से पिंजरा, चिकित्सक, टेंगुलर गन आदि मंगाए जा रहे हैं। तबतक एहतियातन जो भी कार्रवाई संभव होती है वह की जा रही है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।