बेतिया के राज ड्योढी में जुटने लगे श्रमिक संगठनों के नेता, हड़ताल की तैयारी
यह हड़ताल भारत सरकार के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ है। भारत सरकार श्रम कानूनों को तोड़ मरोड़ कर मालिकों के पक्ष में श्रम कानूनों को बना रही है साथ वर्षो के संघर्ष के बदौलत मजदूर यूनियन को मिले अधिकार को समाप्त किया जा रहा है।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। केन्द्रीय श्रम संगठनों एवं स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर गुरुवार की सुबह से ही राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए श्रमिक संगठनों के नेता व कार्यकर्ता जुटने लगे हैं। एटक, सीटू,इंटक,एवं स्कीम वर्कर्स सेविका सहायिका,आशा, रसोईया की ओर राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया गया था। जिसका प्रभाव संभव है कि कुुुछ देेेर के बाद दिखेे।
बेतिया राज ड्योढ़ी से हड़ताली कर्मियों की रैली निकलेगी जो जिला पदाधिकारी के कार्यालय तक जायेगी। यह हड़ताल भारत सरकार के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ है। भारत सरकार श्रम कानूनों को तोड़ मरोड़ कर मालिकों के पक्ष में श्रम कानूनों को बना रही है साथ वर्षो के संघर्ष के बदौलत मजदूर यूनियन को मिले अधिकार को समाप्त किया जा रहा है। काम के घंटे आठ से बढ़ा कर बारह घंटे किए जा रहा है। स्थायी नौकरी की जगह ठेका प्रथा एवं आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। एटक नेता ओम प्रकाश क्रांति ने बताया कि केन्द्रीय श्रम संगठनों ने मजदूर विरोधी इन सुधारों का विरोध किया है।
किसानों के विरोध में बने तीनों काले कानूनों को वापस लेने, किसानों के फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने, महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी पर रोक लगाने, सार्वजनिक उपक्रमों को बेचना बंद करने, कार्पोरेट घरानों के पक्ष में सरकारी नीति का निर्माण बंद करने,गिरते जीडीपी पर रोक लगाने,समान काम के लिए समान वेतन प्रणाली लागू करने, आदि मांगों के समर्थन में राष्ट्रव्यापी हड़ताल हो रहा है। इस हड़ताल में संगठित एवं गैरसंगठित क्षेत्र के साथ साथ कृषि मजदूरों एवं किसानों को भी भाग लेने का आह्वान किया गया है । हड़ताल को सफल बनाने में एटक के ओमप्रकाश क्रान्ति, राधामोहन यादव,जवाहर प्रसाद, सीटू के बी के नरूलाह,शंकर राव, नीरज वर्णवाल,इंटक के कलाम जौहरी, केदार प्रसाद, स्कीम वर्कर्स के सीता देवी,अजय वर्मा,बेनू देवी, आदि लगे हुए हैं।