बीएसएफ जवान की खुदकुशी मामले में आरोपित की गिरफ्तारी पर नगर थाना में बवाल, लाठीचार्ज
आरोपित के स्वजनों को दौड़ाकर पीटा कई महिलाएं घायल। बवाल करने के दो आरोपित गिरफ्तार दर्ज की गई प्राथमिकी। मंगेतर के स्वजनों से अपमानित होने पर खुदकुशी का आरोप।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीएसएफ जवान आदित्य राज की खुदकुशी मामले में गिरफ्तार किए गए शुभम नारायण को छुड़ाने को लेकर उसके स्वजनों ने शुक्रवार की देर रात नगर थाना पर जमकर बवाल काटा। उसके स्वजन उसे निर्दोष बताकर रिहा करने की मांग कर रहे थे। कुछ स्वजन केरोसिन की बोतल साथ लाए थे और आत्मदाह की धमकी दे रहे थे। पुलिस उन्हें समझाने का प्रयास की लेकिन उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बवाल कर रहे उसके स्वजनों समर्थकों पर पुलिस लाठीचार्ज की और दौड़ा-दौड़कर पीटा। लाठीचार्ज में कंचन देवी उर्फ बैदेही, मोनिका देवी, प्रियंका कुमारी व सोनम कुमारी सहित अन्य घायल हो गईं। सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बवाल करने के आरोपित शेखर गुप्ता व शिवम कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद शुभम सहित तीनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हालांकि थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने पुलिस लाठीचार्ज से इन्कार किया है।
अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया
पत्नी मोनिका देवी ने बताया कि अपने पति शुभम नारायण की गिरफ्तारी का कारण पूछा तो इसी पर उनकी व अन्य की पिटाई कर दी गई। शुभम की बहनों ने आरोप लगाया कि देर रात हुई इस गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी लेने वे सब जब थाना पर पहुंचे तो उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। निर्दोष भाई को छोडऩे की आरजू -मिन्नत पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा तो वे लोग थाना गेट पर बैठने की बात कही। इसके बाद ही उन लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया गया। मृत जवान की मंगेतर ने बताया कि पुलिस ने केस में उसका नाम डालकर उसकी ङ्क्षजदगी तबाह कर दी। भला अब उससे कौन शादी करेगा। उसने बताया कि बीएसएफ जवान की मौत में उनके परिवार का कोई हाथ नहीं है। लड़का पहले से ही किसी लड़की से प्रेम कर रहा था।
बवाल करने वालों पर प्राथमिकी
नगर थानेदार ओमप्रकाश ने बताया कि थाना पर बवाल करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बवाल करने के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। बीएसएफ जवान की खुदकुशी मामले में नामजद आरोपित शुभम नारायण का देर रात गिरफ्तार कर थाना पर लाया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद रात केरोसिन की बोतल लेकर थाने पर बवाल किया गया। पुलिस पर पिटाई करने का आरोप बेबुनियाद है। बवाल कर रहे लोगों को महिला सिपाहियों थाने से खदेड़ा। इस दौरान गिरने से जख्मी हुए होंगे।
यह है मामला
15 जुलाई को नगर थाना के गोला बांध रोड निवासी मेघालय में कार्यरत बीएसएफ जवान आदित्य राज ने अपने घर में गमछा का फंदा लगा कर खुदकुशी कर ली। उसके स्वजनों ने आरोप लगाया कि बनारस बैंक चौक मोहल्ला में उसकी शादी तय हुई थी। पांच जुलाई को उसकी सगाई की रस्म भी संपन्न हुई थी। इस बीच उसके मंगेतर के स्वजनों ने आदित्य को अपमानित करना शुरू कर दिया था। खुदकुशी की घटना से पहले मंगेतर के कुछ संबंधी उसके घर पहुंचे थे और उसे जलील किया था।