ट्रक में स्लाइन की बोतलों के नीचे ऐसे लाई जा रही थी शराब, तरीका जान हैरत में पड़ जाएंगे आप
बिहार के मुजफ्फरपुर में उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शराब की बड़ी खेप बरामद हुई है। शराब स्लाइन की बोतलों के नीचे रखी गयी थी।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बिहार में शराबबंदी के बाद तस्करों व पुलिस के बीच 'तू डाल-डाल तो मैं पात-पात' का खेल चल रहा है। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरपुर में सामने आया है। उत्पाद विभाग और अहियापुर थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बखरी मोड़ के पास ट्रक पर लदी 267 कार्टन शराब बरामद की। शराब को स्लाइन की बोतलों के नीचे इस तरह छिपाकर रखा गया था कि किसी को भनक तक नहीं लग सके। लेकिन पक्की सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग व पुलिस की टीम ने उसे खोज निकाला।
उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु को शराब की खेप अहियापुर इलाके से निकलने की सूचना मिली। इसपर वे टीम के साथ छापेमारी करने पहुंचे। अहियापुर पुलिस ने भी सहयोग किया। हालांकि, मौके पर बाइक व कार पर सवार शराब के स्थानीय धंधेबाज फरार हो गए। उत्पाद विभाग की टीम ने शराब और ट्रक को जब्त कर लिया। फरार धंधेबाजों की पहचान कर ली गई है।
पानीपत से चली थी शराब की खेप
छानबीन में पता लगा कि पानीपत (हरियाणा) में ट्रक पर शराब के कार्टन लोड किए गए थे। चालक व खलासी इसे लेकर मीनापुर के शिवराहां में पहुंचाने वाले थे। वे अहियापुर बखरी मोड़ पर धंधेबाजों का इंतजार कर रहे थे, ताकि आगे का रास्ता पता चल सके। इसी दौरान टीम ने कार्रवाई कर दी।
ट्रक उस समय सड़क किनारे खड़ा था। चालक और खलासी आसपास की रेकी कर रहे थे। इसी बीच लग्जरी कार व बाइक से कुछ शराब के धंधेबाज वहां पहुंचे। वे जब तक चालक से संपर्क करते, टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी। यह देखते ही सभी भाग गए।
एक करोड़ रुपये आंकी गई कीमत
जब्त शराब की कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है। ये हरियाणा निर्मित विभिन्न ब्रांडसें की शराब है। पुलिस व उत्पाद की छानबीन में इसमें एक सफेदपोश की संलिप्तता सामने आई है। इसके अलावा कई स्थानीय धंधेबाजों के नाम सामने आए हैं।