Bihar Election 2020: तेज प्रताप की साइकिल की चाल, वोट बैंक पर नजर और हेलीकॉप्टर की उड़ान को चुनौती...ठीक...है...
Bihar Election 2020 समस्तीपुर की हसनपुर विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी और लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने नामांकन के बाद चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। कभी साइकिल तो कभी ट्रैक्टर की सवारी। कभी रोड शो तो कभी बांसुरी वादन। कभी गांव वालों से बात।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar Election 2020: भारतीय राजनीति में साइकिल की एंट्री तो बहुत पहले ही हो चुकी है। लेकिन, इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Elections 2020)में लालू प्रसाद यादव (Lalu parsad Yadav)के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव (Tej partap Yadav) को इसकी एंट्री कराने का श्रेय जाता है। नामांकन के बाद से वे हसनपुर (Hasanpur)विधानसभा क्षेत्र में लगातार कैंप कर रहे हैं। ऐसा नहीं कि वे केवल दिशा निर्देश दे रहे हों, खुद मैदान में उतरते हैं।
कड़ी धूप की परवाह किए बगैर सुबह से देर शाम तक रोड शो और जनसंपर्क करते हैं। लोगों से मिलते हैं। उनकी समस्याओं को सुनते हैं और उसे दूर करने का आश्वासन भी देते हैं। इस दौरान वे उन सभी काम को करते हैं जो उन्हें बेहतर फुटेज दिला सके। मसलन, साइकिल की सवारी, ट्रैक्टर की सवारी, सतुआ खाना, बच्चे को गोद में लेना, कार की छत पर जा बैठना, मंदिर में पूजा करना, बांसुरी बजाना या फिर और कुछ भी। बस एक चीज है, भाषण से अधिक जनसंपर्क पर फोकस करते हैं।
हसनपुर में तेजप्रताप को कवर कर रहे एक वरीय पत्रकार का कहना है कि उनमें पब्लिक से कनेक्ट होने की क्वालिटी है। उन्हें यह पता है वे क्या कुछ ऐसा करेंगे जिससे जनता उनसे सीधे तौर पर जुड़ जाएगी। ये सारी गतिविधियां उसी के अनुसार की जा रही हैं। कहते हैं कि जो काम लालू प्रसाद अपनी अलग भाषण शैली के माध्यम से करते थे, कुूछ उसी तरह का काम तेजप्रताप अपनी इन गतिविधियों के माध्यम से कर रहे है।
तेरे 20 हैलीकाॅप्टर तुम्हीं को मुबारक हो..! pic.twitter.com/fjzGjFebn7— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 22, 2020
हालांकि गुरुवार की उनकी साइकिल की सवारी कुछ खास थी। खास इस अर्थ में कि उन्होंने एक संदेश देने के लिए इसकी सवारी की। यह संदेश हसनपुर की जनता के साथ साथ वर्तमान में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को था। जो उस दिन हसनपुर में जदयू प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने अपने हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। यह अलग बात है कि उनके हेलीकॉप्टर का ईंधन अचानक वहां खत्म हो गया और उन्हें हसनपुर की सभा के बाद वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेना पड़ा। इस तरह तेजप्रताप की साइकिल की सवारी, जनता को संदेश और सूबे के मुखिया को चुनौती की तरह है।
एक बार साइकिल से गिरने के बाद चर्चा में रहे थे
तेज प्रताप यादव बीते साल 26 जुलाई की सुबह सड़क पर साइकिल चलाते हुए अपने ही कारकेड की गाड़ी से टकरा गए थे। जिससे वे गिर पड़े थे। तेज प्रताप उस समय तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की 'साइकिल यात्रा' का निमंत्रण देने साइकिल से निकले थे और दुर्घटना के शिकार हो गए थे। उन्हें हल्की चोट भी लगी थी। उस घटना के बाद उन्होंने कहा था कि जो लोग मैदान में निकलते हैं वही गिरते और लड़ते हैं। यह स्पोर्ट्समैन के साथ होता रहता है।