Muzaffarpur Flood News: औराई में छह स्थानों पर टूटा लखनदेई का तटबंध, तीन सौ घर ध्वस्त
तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि। छह हजार घरों में घुसा बाढ़ का पानी तीन सौ घर ध्वस्त दो दर्जन सड़कें क्षतिग्रस्त आवागमन बाधित।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मनुषमारा, लखनदेई व बागमती नदी के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले 48 घंटे से हो रही मूसलधार बारिश से जलस्तर में वृद्धि जारी है। इससे प्रखंड के छह हजार घरों में जहां बाढ़ का पानी प्रवेश कर गयाहै। वहीं, प्रखंड की सभी 26 पंचायतें पूर्णरूपेण बाढ़ प्रभावित हो गईं। लखनदेई नदी का जर्जर तटबंध रामखेतारी से धसना तक आधा दर्जन जगहों पर टूट चुका है। मधुबन प्रताप के मनोज सहनी, पंचलाल सहनी ने बताया कि बाढ़ व वर्षा से एक दर्जन मकान ध्वस्त हो गए हैं।
तीन सौ घर हुए ध्वस्त
वहींं, रामखेतारी के के जियाउल इस्लाम ने बताया कि रामखेतारी, जोगिया, बलिया, भलूरा, रामपुर, डीहटोला, राजखंड, कोकिलवारा समेत विभिन्न हिस्सों में करीब तीन सौ घर ध्वस्त हो गए जिससे लोगों को खुले आसमान में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। खेतलपुर पंचायत के गणेश राय ने बताया की लखनदेई नदी के पानी ने डीहटोला की दो सौ की आबादी को बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है।
इन स्थानों पर टूटा तटबंध
लखनदेई नदी के रामखेतारी से धंसना गांव तक खुले तटबंध के छह स्थानों से पानी बाहर निकल कर राजखंड उत्तरी, राजखंड दक्षिणी, औराई, खेतलपुर, रतवारा पश्चिमी,रतवारा पूर्वी, रामपुर, आलमपुर सिमरी , भलूरा, बभनगावां, नया गांव, भरथुआ, विशनपुर गोखुल समेत 16 पंचायतों को जलमग्न कर जनजीवन प्रभावित करने के साथ ही दो दर्जन सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है जिसपर आवागमन बंद है।
वहीं मनुषमारा नदी के पानी ने धरहरवा व घनशयामपुर पंचायत के लोगों को चारों ओर से घेर लिया है। प्रखंड उपप्रमुख शैलेन्द्र शुक्ला ने सीओ से कोरियाही व राजखंड में लखनदेई नदी के चार स्थानों पर टूटे तटबंध की मरम्मत कराने की मांग की है। वहीं मुखिया संघ अध्यक्ष अनमोल ठाकुर, मुखिया प्रतिनिधि उमाशंकर सिंह, श्रीराम साह, सरोज पासवान ने प्रशासन से बाढ़ पीडि़तों के लिए नाव की व्यवस्था व राहत कार्य चलाने की मांग की है।
बागमती के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी
वहीं दूसरी ओर बागमती नदी के जलस्तर में मंगलवार को तेज गति से बढ़ोतरी होने से विस्थापित मधुवनप्रताप, बभनगावां पश्चिमी हरणी टोला, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द, तरबनना, चैनपुर समेत एक दर्जन गांवों के लोग एक बार फिर घरों को छोड़ ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं। इधर, औराई दक्षिणी क्षेत्र के सरहंचिया, डीहजीवर, अतरार, अमनौर,महेशवारा, सहिलाबल्ली, परमजीवर ताराजीवर, भदई, बसंत पंचायत भी बाढ़ के पानी से पूर्णरूपेण प्रभावित हो गया है। इस क्षेत्र के एक हजार घरों मे दो से तीन फीट तक बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सीओ ज्ञानानंद कुमार ने बताया कि जरूरत के स्थानों पर नाव मुहैया कराई जा रही है। वहीं अन्य राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन को सूचित किया गया है।