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कोरोना काल में समस्तीपुर जिले के ब्लड बैंकों में खून की कमी

Samastipur news समस्तीपुर में ब्लड बैंक की क्षमता 155 यूनिट की है जबकि उपलब्ध है मात्र 16 यूनिट। फिलहाल यहां कोरोना संक्रमण की रफ्तार में अभी कोई कमी नहीं आई है। कोविड के चलते ब्लड डोनेशन शिविर का नहीं हो रहा आयोजन।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 03:49 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 03:49 PM (IST)
कोरोना काल में समस्तीपुर जिले के ब्लड बैंकों में खून की कमी
सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में कार्य करते कर्मी। फोटो-जागरण

समस्तीपुर, जासं। कोरोना के चलते ब्लड डोनेशन पर भी असर पड़ा है। समय-समय पर लगने वाले शिविर आयोजित नहीं हो पा रहे। ब्लड डोनेट करने वाले भी आगे नहीं आ रहे हैं। इससे ब्लड बैंक में खून की कमी सामने आ रही है। कोरोना ने दूसरी लहर में लोगों की जान ही नहीं ली, बल्कि अभी तक कोरोना का असर कई चीजों पर असर डाल रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना के कारण सदर अस्पताल के ब्लड बैंक पर बड़ा असर पड़ रहा है। इस समय ब्लड बैंक में खून की किल्लत चल रही है। कोरोना संक्रमण के बीच ब्लड बैंक में खून की कमी हो गई है परंतु शिविर नहीं लग पा रहा है। जरूरत पड़ने पर कुछ संगठन के लोग मदद कर रहे हैं। शिविर नहीं लगने का कारण ब्लड बैंक खून की कमी से जूझ रहा है।

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ब्लड बैंक की क्षमता 155 यूनिट

दरअसल, इस समय कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी चल रही है। सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में इस समय निगेटिव खून की कमी पड़ गयी है। जिस कारण थैलेसीमिया के बच्चों और अन्य मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। ब्लड बैंक की क्षमता 155 यूनिट है। लेकिन अभी 16 यूनिट ही खून बचा है। जिससे मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में एबी पाजिटिव, ए, एबी, बी व ओ निगेटिव खून शून्य है। जबकि ए व ओ पाजिटिव एक-एक यूनिट ही बची हुई है। सिर्फ बी पाजिटिव ब्लड ग्रुप 14 यूनिट उपलब्ध है।

इन मरीजों में खपता है खून

सदर अस्पताल प्रशासन की मानें तो उन्हें छह तरह के रोगियों को खून मुफ्त में देना पड़ता है। ऐसे रोगियों से न तो बदले में खून मिलता है और न ही कोई फीस। इससे रक्त की कमी हो जाती है। मुख्य रूप से अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती होने वाली महिलाओं को जरूरत पर निशुल्क खून देने के साथ ही उन्हें कैंसर, थैलसीमिया, डायलिसिस, एनीमिया व दुर्घटना में गंभीर घायलों को खून की आवश्यकता होने पर तुंरत खून देना होता है। ये वे मरीज हैं, जिन्हें खून देने के बदले में खून नहीं मिलता है।

कैंप का किया जाएगा आयोजन 

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. गिरीश कुमार ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन चल रहा है। ऐसे में ब्लड बैंक में खून की कमी है। कोरोना काल से लेकर अब तक किसी भी मरीज को ब्लड के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़ी है। ब्लड बैंक में रक्त की कमी को दूर करने के लिए संस्था से बात की गई है। जल्द ही कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए कैंप का आयोजन किया जाएगा।


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