Mann ki Baat : जानें क्यों छात्र-छात्राओं को पीएम मोदी के 'मन की बात' का है बेसब्री से इंतजार
Mann ki Baat छात्र-शिक्षक सब उत्साहित। 24 नवंबर को रेडियो प्रोग्राम में करेंगे संवाद। अगले एपिसोड में पीएम को क्या बोलना चाहिए 21 तक मांगे गए सुझाव।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने 24 नवंबर को देशवासियों के साथ 'मन की बात' साझा करने वाले हैं। रेडियो पर प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम के लिए देशवासियों से सुझाव मांगे गए हैं। उनसे पूछा गया है कि आपको क्या लगता है कि प्रधानमंत्री को अगले एपिसोड में क्या बोलना चाहिए? इस एपिसोड के लिए छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से विचार भी आमंत्रित हैं। छात्रों से तनाव मुक्त परीक्षा के लिए पिछले साल प्रधानमंत्री ने अपने विचार व सुझावों पर खुलकर चर्चा की थी।
यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर यह सूचना शेयर किया है और अपने विचार साझा करने की अपील की है। इस अपील का छात्रों समेत शिक्षकों पर ऐसा असर हुआ है कि अपने सुझावों से अवगत कराने की तैयारी भी वे कर रहे हैं। इस बार का रेडियो कार्यक्रम इसलिए भी खास है क्योंकि उसमें प्रधानमंत्री को किन विषयों पर बोलना चाहिए इसका सुझाव देशवासी ही देंगे।
पिछले महीने पीएम मोदी ने दिवाली के दिन देशवासियों से मन की बात की थी। रसायन विभाग की अध्यक्ष प्रो. शशि कुमारी सिंह, अंग्रेजी विभाग की शिक्षिका प्रो. त्रिपदा भारती, डॉ. एसआर चतुर्वेदी, डॉ. इंदू चतुर्वेदी समेत मास्टर डिग्री की छात्रा रोमिता श्रीवास्तव, शुभम प्रिया, थर्ड पार्ट की छात्रा ज्योति चौधरी व स्नेहा श्रीवास्तव के अलावा रामनिवास दुबे, गोल्डी कुमारी, सुमन कुमार आदि छात्र-छात्राएं इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं।
इन विषयों पर दें सुझाव
'मन की बात' में हर बार कुछ न कुछ खास विषय होता है। जिसपर प्रधानमंत्री न सिर्फ बोलते हैं, बल्कि अपनी भावी योजनाओं पर खुलकर चर्चा भी करते हैं। इस बार छह विषय हैं। जिनमें स्वच्छता, स्वयंसेवा, जल संरक्षण, फिट इंडिया, परीक्षा, महिला सशक्तीकरण जैसे विषयों पर रेडियो कार्यक्रम के लिए सुझाव दिए जा सकते हैं।
एप के अलावा टॉल फ्री नंबर भी जारी
अपने विचार नरेंद्र मोदी एप, माई गांव फोरम के अलावा टॉल फ्री नंबर-1800117800 पर उसको साझा कर सकते हैं। उपरोक्त साधन खुली चर्चा का एक ऐसा मंच है, जहां आप शासन और नीति-निर्माण के किसी भी विषय पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं। अपने संदेश रिकॉर्ड करके भी भेज सकते हैं। 21 नवंबर तक भेजे गए सुझावों में से सर्वाधिक उपयुक्त को इसमें शामिल किया जा सकता है।