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जानिए क्‍यों, समस्‍तीपुर के लोग कहते हैं, उफ! सड़क बड़े-बडे गड्ढे ने तो कमर ही तोड़ दी

समस्तीपुर के डीआरएम चौक से सड़क बेलारी गांव होते हुए प्रखंड कार्यालय के सामने से गुजरते हुए सातनपुर चौक पर एनएच 28 से मिलती है। यही सड़क एनएच को पार करके सरायरंजन प्रखंड से गुजरते हुए ताजपुर और पुनः समस्तीपुर की ओर जाती है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 06:36 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 06:36 AM (IST)
जानिए क्‍यों, समस्‍तीपुर के लोग कहते हैं, उफ! सड़क बड़े-बडे गड्ढे ने तो कमर ही तोड़ दी
इसकी दशा सरकार की सड़क के प्रति गंभीरता का सच बता रही है। फाइल फोटो

समस्‍तीपुर, जेएनएन। उफ! बाप रे बाप सड़क पर इतने बड़े-बडे गड्ढे, इससे तो मेरी कमर ही टूट गई। यही शब्द होते हैं वैसे लोगों का जो उजियारपुर की सड़कों से गुजर रहे होते हैं। सड़क की दशा इतनी बदतर है कि इसका बयां नहीं किया जा सकता। जगह-जगह बडे़-बड़े गड्ढे और सड़क उखड़ कर बिखरे रोड़े इसके बिगरे हालात की कहानी कह रहा है। जिससे त्रस्त और परेशान होकर लोग कराह रहे हैं। जबकि सड़क निर्माण का ज्यादा समय भी नहीं हुआ है। करीब पांच साल पहले समस्तीपुर के डीआरएम चौक से सड़क बेलारी गांव होते हुए प्रखंड कार्यालय के सामने से गुजरते हुए सातनपुर चौक पर एनएच 28 से मिलती है। यही सड़क एनएच को पार करके सरायरंजन प्रखंड से गुजरते हुए ताजपुर और पुनः समस्तीपुर की ओर जाती है। इतने लंबे और महत्वपूर्ण सड़क की दशा सरकार की सड़क के प्रति गंभीरता का सच बता रही है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारों बाईक, चार पहिया वाहन के अलावा साईकिल और पैदल भी लोग गुजरते हैं। खासकर प्रखंड कार्यालय आने के लिए यह मुख्य मार्ग है। इस सड़क किनारे ही उजियारपुर रेलवे स्टेशन, कोल्ड स्टोरेज, थाना कार्यालय, हाईस्कूल, प्रखंड कार्यालय, बीआरसी भवन, बंधन बैंक, भारतीय स्टेट बैंक सहित कई सरकारी व गैरसरकारी संस्थाएं भी है। जिसके कारण लोगों को सड़क से गुजरने की विवशता है।

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निर्माण के कुछ ही समय बाद टूटने लगी थी सड़क

सड़क निर्माण के कुछ ही समय बाद इसमें गिट्टी उड़ने लगी थी। लोगों के विरोध और बढ़ते जनाक्रोश के बाद सरकारी स्तर पर इस पर कार्रवाई के तहत अभिकर्ता और निर्माण कंपनी को काली सूची में डाल दी गई। परंतु सड़क की दशा सुधारने का प्रयास नहीं किया गया। जिससे सड़क दिन प्रतिदिन दयनीय स्थिति की ओर बढ़ने लगी। अब यह गड्ढे का रूप ले चुका है। सड़क पर गरमी ही नहीं ठंड के महीने में भी धुल उड़ती है। जबकि उजियारपुर प्रखंड के साथ विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान बनाने के बावजूद यहां की सड़के बदतर हो चुकी है।

सड़क निर्माण के समय हुई धांधली

लखनीपुर महेशपट्टी गांव निवासी उमाकांत सहनी कहते हैं कि अच्छी सड़क किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए मुख्य साधन होता है। परंतु यह सड़क विकास की चरमराई स्थिति और सरकार की गंभीरता का पोल खोल रहा है। वहीं रामपुर एकशिला निवासी उमेशचंद्र कुमार कहते हैं कि सड़क निर्माण के समय हुई धांधली का हश्र यह था कि बाबूलाल चौक महेशपट्टी का रहने वाला निर्माण काम में मिस्त्री का काम कर रहे शिवजी सहनी को अपने साथ का में लगे मजदूर को मजदूरी की राशि का भुगतान जमीन बेचकर करना पड़ा था। क्योंकि अभिकर्ता फरार हो गया था।

गाड़ी के चालक इधर आने से कतराते

रामपुर एकशिला रहने वाले उजियारपुर बाजार के व्यवसायी शिवशंकर साह ने कहा कि सड़क की खराब स्थिति रहने से व्यवसाय पर भी बुरा असर पड़ता है। मालवाहक गाड़ी के चालक इधर आने से कतराते हैं। पतैली पश्चिमी पंचायत के मुखिया लालदेव सिंह कहते हैं कि उजियारपुर जानेवाली सड़क पर कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। यदि इसका निर्माण शीघ्र नहीं किया जाता है तो सड़क पैदल चलने के लायक भी नहीं रह जाएगा। आशा है कि विधायक और सांसद द्वारा पहल करके सड़क को दुरुस्त किया जाएगा। इस बारे में उजियारपुर बीडीओ विजय कुमार ठाकुर ने कहा कि सड़क काफी महत्वपूर्ण है। हम सबों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी से समस्या के बारे में अवगत किया गया है। चौड़ीकरण करने की बात चल रही है। जल्द ही बनने की संभावना है।


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