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Muzaffarpur Municipal Corporation : जानें नगर निगम को इंजीनियर मिलने के बाद आप पर क्या फर्क पड़ेगा

Muzaffarpur Municipal Corporation बोले नगर विकास मंत्री सभी विभाग मिलकर जिले का करें विकास। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए मणिका में जमीन उपलब्ध शीघ्र होगा शिलान्यास।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 09 Nov 2019 02:44 PM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 02:44 PM (IST)
Muzaffarpur Municipal Corporation : जानें नगर निगम को इंजीनियर मिलने के बाद आप पर क्या फर्क पड़ेगा
Muzaffarpur Municipal Corporation : जानें नगर निगम को इंजीनियर मिलने के बाद आप पर क्या फर्क पड़ेगा

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले के सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय से काम करेंगे। परिसदन में शुक्रवार को शहर के सर्वांगीण विकास के लिए बैठक में नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने पदाधिकारियों को ये चेतावनी दी।

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उन्होंने लंबित एवं नई-पुरानी सभी परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य शुरू कराने का आदेश दिया। शहर में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में मणिका में जमीन उपलब्ध होने के बाद मंत्री शीघ्र शिलान्यास करेंगे।

  नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा के इंजीनियरों की कमी के कारण कई कार्य नहीं होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इसी सप्ताह दो मैकेनिकल व सिविल इंजीनियर की स्थाई नियुक्ति की जाएगी। 11 जलमीनारों के जीर्णोद्धार के संबंध में बताया कि 5 करोड़ 27 लाख रुपये देने के बाद टेंडर भी हो चुके। इस पर जल्द कार्य शुरू किया जाएगा। बैठक में महापौर सुरेश कुमार, नगर विकास विभाग के उप सचिव कुमार प्रज्जवल, मंत्री के प्रवक्ता संजीव कुमार सिंह, आयुक्त के सचिव श्याम किशोर, सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता बुडको देवेंद्र कुमार, मुशहरी सीओ नागेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।

बगैर पेभर ब्लॉक के नहीं बनाई जाएंगी सड़कें

अक्सर देखा जाता है कि सड़क निर्माण में फ्लैंच का प्रयोग नहीं किया जाता है। इससे नाली, पाइप आदि बिछाने में सड़कें टूट जाती हैं। मंत्री ने कहा कि वो चाहे 10 फीट से भी कम चौड़ी सड़क क्यों न हों, बिना फ्लैंच के कोई भी सड़क का निर्माण नहीं होगा।

मणिका में शीघ्र होगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास

प्रदूषित पानी को ट्रीटमेंट कर खेती योग्य बनाने के लिए शहर में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट खबड़ा, बेला और मणिका में बनाए जाने हैं। इसमें अभी मणिका में ही दो बीघा जमीन मिल पाई है। वहां शीघ्र शिलान्यास होगा। इसे बनाने के लिए 158 करोड़ का टेंडर हो चुका है। एजेंसी भी फाइनल है।

अब दिल्ली से पहुंची टीम

रौतिनिया डंपिंग यार्ड में कचरा प्रबंधन मेडिकल ट्रीटमेंट से दुर्गंध खत्म करेगा। इसके लिए दिल्ली से एक टीम शुक्रवार को पटना आई। शनिवार को रौतिनिया में कूड़े के ढेर पर केमिकल का प्रयोग कर इसे पूरी तरह गला देंगी। उसके बाद बदबू मिट जाएगी। प्रयोग सफल होने पर नगर निगम हमेशा उक्त एजेंसी से काम लेगा। इसके साथ शहर के प्रत्येक वार्ड में एक-एक फॉगिंग मशीन, एक-एक ऑटो टिपर जेम पोर्टल से खरीदने का निर्देश दिया। पथ निर्माण विभाग को शहर के सभी सड़कें एवं नालियों का निर्माण कराने तथा ब्रांच रोड से कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने को कहा। प्रदूषण कम करने के लिए शहर की सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव कराने का आदेश नगर आयुक्त को दिया गया।

तीन तल्ले तक बस की पार्किंग

स्मार्ट सिटी योजना में इमलीचट्टी बस स्टॉप फिलहाल पांच तल्ले का बनाया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर के अलावा तीन तल्ले तक बस पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। एक हजार लोगों के बैठने के लिए एक सभागार भी बनाया जाएगा। मंत्री ने इस कार्य के लिए दो सप्ताह में टेंडर करने का आदेश दिया। साथ ही खाली पड़ी जमीन को चिह्नित कर वेडिंग जोन बनाने के लिए डीपीआर बनाकर कार्य शुरू कराने का आदेश दिया। अतिक्रमण हटाने का कार्य अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद के जिम्मे सौंपा गया।

शहर की सड़कों पर बेवजह गड़े बिजली या बीएसएनएल के पोलों को अविलंब हटाने का निर्देश दिया गया। सिकंदरपुर झील के सौंदर्यीकरण तथा मुजफ्फरपुर में एक स्पोर्ट पार्क की डीपीआर एक महीने के अंदर बनाने, सभी पोखरो की उड़ाही, उसे अतिक्रमण मुक्त कराने, पौधारोपण आदि के निर्देश दिए। डीएम आलोक रंजन घोष को शहर में वन-वे यातायात व्यवस्था को सख्ती से लागू कराने तथा अवैध टेंपो स्टैंड हटवाने को कहा गया।  


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