Effect of lockdown : जानिए, किस तरह लॉकडाउन ने किसानों की किस्मत पर लगा दिया ग्रहण, हो रहे परेशान
Effect of lockdown मौसम की दोहरी मार झेल रहे किसानों पर अब लॉकडाउन का कहर। खेतों में लगी तैयार सब्जी को नहीं मिल रहा बाजार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कभी बाढ़-सूखा और कभी बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि की मार झेलते किसानों का बदकिस्मती से नाता टूटता नहीं दिख रहा है। अब लॉकडाउन ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। एक ओर खेतों में तैयार फसल कट नहीं पा रही, दूसरी ओर खाद-बीज और कीटनाशी की दुकानें बंद होने से आगे की खेती भी मुश्किल में है। खेतों में लगी सब्जी तैयार है, लेकिन बाजार तक पहुंच नहीं पा रही है। वजह, सड़क पर पुलिस कहर बरपा रही है।
कटाई नहीं होने से बर्बादी
मुशहरी के किसान लक्ष्मीकांत प्रसाद और संजय कुमार ने बताया कि गेहूं की फसल भी कटाई के अभाव में बर्बाद हो रही है। बारिश के चलते बर्बाद गेहूं की फसल में बचे दाने भी झड़ कर गिर रहे हैं। किसानों के पास बर्बाद फसल को काट कर भूसा बनाने के अलावा कोई चारा नहीं है। मौजूदा समय फसल की कटाई सिंचाई और कीटनाशक के छिड़काव का है। लेकिन, कृषि से संबंधित दुकानें बंद हैं।
मूंग की फसल सूख रही
भगवान कुशवाहा ने बताया कि कड़ी धूप के चलते खेत में दरार पडऩे लगी है। मूंग की फसल सूख रही है। बताया कि लॉकडाउन की बड़ी सजा किसानों को झेलनी पड़ रही है। उधर, डीएओ डॉ. केके वर्मा ने बताया कि कृषि निदेशक के आदेश पर डीएम ने कृषि और इससे जुड़ी सेवाओं को लॉकडाउन की परिधि से मुक्त कर दिया है।