मनचाही संतान के लिए सीमा पार कर रहे भारतीय, जानिए पूरा मामला... WestChamparan News
भारतीयों पर टिकी नेपाल के अल्ट्रासाउंड सेंटरों की कमाई मनचाही संतान की चाह रहने वाले लोग जांच कराने जाते नेपाल।
विनोद राव, बगहा (पश्चिम चंपारण) : देश में भ्रूण का लिंग परीक्षण अपराध है, लेकिन नेपाल में नहीं। इसी का फायदा उठा रहे मनचाही संतान की इच्छा रखनेवाले दंपती। ये नेपाल जाकर बेखौफ भ्रूण का लिंंग परीक्षण कराते हैं। वाल्मीकिनगर से सटे नेपाल के रानीनगर, नवलपरासी, चितवन सहित बर्डघाट, नारायणघाट, भुटवल में चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर लिंग परीक्षण करानेवालों की भीड़ देखी जा सकती है।
दरअसल, भारत के सीमांचल में बसे गांवों में भ्रूण हत्या की वजह से बीते एक दशक में ङ्क्षलगानुपात बिगड़ गया है। आंकड़े भी यही कह रहे हैं। 2011 के सामाजिक, आर्थिक, जाति आधारित जनगणना के अनुसार भारतीय क्षेत्र में प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 940 है।
मनचाही संतान की की चाह रखने वाले भारतीय नेपाल के अल्ट्रासाउंड जांच घरोंं पर जाते हैं और भ्रूण का लिंग परीक्षण कराते। मनचाही संतान नहीं होने की सूचना पर वहीं गर्भपात करा दिया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक, प्रतिमाह तकरीबन चार दर्जन दंपती यह परीक्षण कराने भारत से चोरी-छिपे नेपाल जाते हैं। नेपाल के अल्ट्रासाउंड सेंटरों की कमाई ऐसे भारतीयों पर ही टिकी है।
अल्ट्रासाउंड की तीन से चार हजार तक लेते फीस
नेपाल में सामान्य अल्ट्रासाउंड की फीस एक हजार रुपये है। लेकिन, भ्रूण जांच करवाने वालों से तीन से चार हजार रुपये तक वसूले जाते हैं। इस संबंध में पीएचसी बगहा दो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा राजेश सिंह नीरज कहते हैं कि नेपाल के अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर जाकर भ्रूण का लिंग परीक्षण कराने का मामला संज्ञान में आने पर विभागीय निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वैसे हम यहां के अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाते हैं।