Bihar Politics: जमीन से जुड़े नेता हैं बिहार विधानसभा के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी
Bihar Politics News राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले 59 वर्षीय महेश्वर हजारी जिले के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पिछली सरकार में वे योजना एवं विकास नगर विकास एवं आवास विभाग के साथ-साथ उद्योग मंत्री भी रहे हैं।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष के लिए चुने गए जदयू विधायक सह पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी जमीन से जुड़े हुए नेता हैं। वे चौथी बार विधायक चुने गए हैं। एक बार समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रहे हैं। राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले 59 वर्षीय हजारी जिले के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पिछली सरकार में वे योजना एवं विकास, नगर विकास एवं आवास विभाग के साथ-साथ उद्योग मंत्री भी रहे हैं। खानपुर प्रखंड के मुजारी गांव निवासी महेश्वर हजारी के पिता राम सेवक हजारी भी कई बार विधायक और सांसद रहे।
चौथी बार विधायक चुने गए हैं हजारी
श्री हजारी पहली बार लोजपा के टिकट पर वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे। इसके बाद वे जदयू में शामिल हो गए। वारिसनगर के बाद वे कल्याणपुर से लगातार विधायक चुने गए हैं। वर्ष 1983 में स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनका झुकाव राजनीति की तरफ होता चला गया। जननायक कर्पूरी ठाकुर समेत कई समाजवादी नेताओं को भी उन्होंने करीब से देखा और समझा है।
क्षेत्र के लोगों की समस्याओं से होते रहते हैं रूबरू
वे लगातार अपने क्षेत्र में बने रहते हैंं। महीने में कम से कम पांच से छह दिन जरूर वे अपने क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचते हैं और वहां के लोगों की समस्याओं का सुनते हैं। उसका त्वरित निदान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हैं। जमीन से जुड़ाव होने के कारण आम लोग भी उनके समक्ष अपनी समस्याओं को खुलकर रखते हैं। जिससे उनकी पहचान एक जमीनी नेता के रूप में है।
जिले की समस्या को प्रमुखता से सदन में उठाते रहैं है पूर्व मंत्री
सिर्फ अपने क्षेत्र की नहीं बल्कि जिले की समस्या को वे बखूबी उठाते रहे हैं। उसके निदान के लिए प्रयास करते रहे हैं। स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले श्री हजार की पत्नी शिक्षिका रही हैं। उन्हें तीन बेटे एवं एक बेटी है। समस्तीपुर शहर के ताजपुर रोड में भी उनका आवास है। कृषि और व्यवसाय उनका पेशा रहा है। देश के कद्दावर नेता रहे राम विलास पासवान के वे निकट संबंधी रहे हैं। बिहार में दलित नेता के रूप में गरीबों एवं वंचित समाज की आवाज को वे प्रखरता से रखते रहे हैं।
विपक्ष की गैर माैजूदगी में हुई वोटिंग में मिले 124 मत
बता देंं कि बुधवार को विपक्ष की गैरमौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मत विभाजन के जरिए चुनाव कराया। 243 सदस्यीय विधानसभा में महेश्वर हजारी के पक्ष 124 मत मिले और विपक्ष के प्रत्याशी भूदेव चौधरी के पक्ष में एक भी सदस्य का मत नहीं मिला।