Move to Jagran APP

अगले माह से चलेंगी जयनगर से जनकपुर तक ट्रेनें

भारत से नेपाल के जनकपुर होते हुए कुर्था तक जल्द ट्रेन चलने लगेगी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 10:52 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 10:52 PM (IST)
अगले माह से चलेंगी जयनगर से जनकपुर तक ट्रेनें
अगले माह से चलेंगी जयनगर से जनकपुर तक ट्रेनें

जेएनएन (मुजफ्फरपुर) । भारत से नेपाल तक जल्द ही सवारी ट्रेन चलेगी। 65 किलोमीटर लंबी जयनगर-वर्दीवास रेललाइन का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। अभी जनकपुर होते हुए कुर्था तक 34 किलोमीटर में प्रथम चरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर में लोगों को इसका लाभ मिलने लगेगा। नेपाल रेलवे को सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू करने के लिए रेल इंजन समेत चार जोड़ी डेमू सवारी गाड़ी दी जाएगी। भारतीय रेलवे नेपाल रेलवे के कर्मियों प्रशिक्षण देगा।इसके बाद गाडिय़ों की संख्या बढ़ेगी।

loksabha election banner

   भारत के जयनगर से नेपाल के वर्दीवास तक 65 किलोमीटर में रेल परिचालन के लिए रेलखंड का निर्माण भारतीय कंपनी इरकॉन कर रही है। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 34 किलोमीटर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में कुर्था से बिजलपुरा तक 18 किलोमीटर में निर्माण कार्य जून 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है। बिजलपुरा से वर्दीवास तक 13 किलोमीटर अंतिम चरण में निर्माण कार्य होगा।

  मालगाड़ी के लिए अलग से बनेगा ट्रैक : जयनगर से वर्दीवास तक सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू होने के बाद मालगाड़ी के लिए अलग से ट्रैक बिछाने का प्रस्ताव है। साथ ही एक वाङ्क्षशगपिट का भी निर्माण होगा। इरकॉन कंपनी के अनुसार मालगाड़ी के लिए ट्रैक बिछाने और गाडिय़ों के समुचित रखरखाव को ध्यान में रखते हुए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जा रही है।

    निर्माण कंपनी इरकॉन के सहायक प्रबंधक रवि सहाय का कहना है कि पूरा प्रोजेक्ट 750 करोड़ रुपये का है। कार्य प्रगति पर है। अब तक सवा चार सौ करोड़ खर्च हो चुके हैं। दिसंबर से परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।

पहले जयनगर से जनकपुर तक ट्रेन का परिचालन होता था। मीटरगेज की इस लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने के लिए परिचालन लगभग एक दशक से बंद है। इसकी शुरुआत होने से एक बार फिर माता सीता की धरती तक ट्रेन से जाया जा सकेगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.