जेल में बंद पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के आरोपित के पास मिला मोबाइल
Journalist Rajdev Ranjan murder case केंद्रीय कारा की तलाशी लेने पर मामला आया सामनेखुदीराम शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद रोहित कुमार सोनी व सोनी कुमार सोनी के बिस्तर से मोबाइल मिला है। ये दोनों टी सेल में बंद हैं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Journalist Rajdev Ranjan murder case: पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का आरोपित खुदीराम शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में बंद रोहित कुमार सोनी व सोनी कुमार सोनी के बिस्तर से मोबाइल मिला है। ये दोनों टी सेल में बंद हैं। सामान्य सेल में बंद शराब के धंधेबाज सूरज गुप्ता जेल मेें रहकर मोबाइल के माध्यम से शराब सिंडिकेट चला रहा था। 30 नवंबर की रात जेल प्रशासन की तलाशी अभियान में इस बात का पता चला है। जेल अधीक्षक राजीव कुमार सििंह ने दोनों के सेल से मोबाइल जब्त कर लिया है। हालांकि सिम बरामद नहीं हो सका है। उन्होंने मिठनपुरा थाना में तीनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कहा है कि 30 नवंबर की रात लगभग 11.40 बजे जेल की तलाशी ली गई थी। 22 नंबर सेल में बंद शराब धंधेबाज गोलाबांध रोड का निवासी सूरज गुप्ता के पास से एक गोल्डेन रंग का सैमसंग कंपनी का मोबाइल मिला। मोबाइल में सिम नहीं था। जेल के टी-सेल संख्या एक में बंद पत्रकार राजदेव रंजन हत्या के आरोपितों सिवान के महिया कुम्हार टोला निवासी सोनी कुमार सोनी और भौलेश्वरी चौक निवासी रोहित कुमार सोनी के पास से ब्लू रंग का नोकिया कंपनी का एक मोबाइल मिला। दोनों के बिस्तर से मोबाइल बरामद हुआ। पूछताछ करने पर दोनों ने सिम के बारे मे कोई जानकारी नहीं दी।
मोबाइल दुकान से लाखों की चोरी
मुजफ्फरपुर : सदर थाना क्षेत्र के पताही गांव में बुद्धा आइटीआइ के निकट स्थित विराट मोबाइल दुकान को चोरों ने निशाना बनाया। शटर तोड़कर लगभग दस लाख रुपये के मोबाइल सेट व नकदी 50 हजार रुपये की चोरी कर ली। दुकानदार ओमप्रकाश पांडेय की सूचना पर सदर थाने की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आसपास में लगे सीसी कैमरे के फुटेज को खंगाला। हालांकि चोर पहचान में नहीं आ सका। दुकानदार ने पुलिस को बताया कि गल्ला से 50 हजार रुपये नकद, करीब 8 लाख रुपये के मोबाइल फोन, टैब, फाइनेंस संबंधित सामग्री, हेडफोन, एसेसरीज सहित 10 लाख रुपये के सामान की चोरी हुई है। उसने आशंका जताई कि रात 11 बजे के बाद ही चोरों ने घटना को अंजाम दिया होगा। इससे पहले यहां चहल-पहल रहती है। दस दिनों के अंदर शहर में चोरी की 30 घटनाएं हुईं हैं। इसमें लगभग 85 लाख रुपये की संपत्ति चोरी हो चुकी है।