सीतामढ़ी में नल जल योजना में प्रखंडों में शुरू हुई जांच, जहां-तहां मिल रही धांधली की शिकायत
Sitamarhi News जिले के मेजरगंज प्रखंड की डुमरी कला पंचायत के वार्ड दो चार व पांच में हुई जांच। सुरसंड प्रखंड की कोरियाही पंचायत में बीडीओ ने योजना में पाई धांधली। जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम से तीन पर्यवेक्षकों ने जांच कार्य आरंभ किया है।
सीतामढ़, जेएनएन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर सीतामढ़ी जिले के विभिन्न प्रखंडों में नल जल योजना की जांच शुरू हो गई है। मेजरगंज व सुरसंड प्रखंड में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। वहां के अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपने की बात कही है। अभी तक की जांच में यह बात सामने आ रही है कि अधिकतर पंचायतों में योजना में लूट मची है तथा कार्य की गुणवत्ता को साफ नजरअंदाज किया गया है। मेजरगंज प्रखंड की डुमरी कला पंचायत के वार्ड दो, चार व पांच में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत नल जल योजना की जांच शुरू हुई है। जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम से तीन पर्यवेक्षकों ने जांच कार्य आरंभ किया है। इस दौरान नल से जल नहीं मिलने के लिए ग्रमीणों से जानकारी ली गई। वार्ड दो निवासी राज कुमारी देवी, किरण देवी, वार्ड चार के बिकाऊ मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि शुरुआती दिनों में कुछ दिनों तक नल से पानी आया। फिर बाद में बंद हो गया।
कई घरों में केवल पाइप बिछाकर छोड़ी गइ्र है उसमें नल नहीं लगे हैं। टीम में सहायक निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण के निरंजन कुमार के अनुपस्थित रहने के कारण पर्यवेक्षकों ने ज्यादा कुछ बताने से परहेज करते हुए कहा कि संवेदक द्वारा नल-जल योजना में काफी अनियमितता बरती गई है। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। जांच टीम में कनीय अभियंता, मनरेगा सोनबरसा के मो. आरिफ, तकनीकी सहायक परसौनी मनीष कुमार व तकनीकी सहायक डुमरा प्रज्ञा शामिल थीं। डुमरी कला पंचायत में कुल आठ वार्डों में अभी पांच वार्ड में भी जांच होनी है।कोरियाही पंचायत में हुआ नल जल का निरीक्षण पंचायत के अधिक वार्डों में नहीं पहुंच रहा पानी ग्रामीणों में आक्रोश
बीडीओ बोले, जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी डीएम को
सुरसंड प्रखंड मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर कोरियाही पंचायत में बुधवार को बीडीओ देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में नल जल याेजना की जांच की गई। एक टीम में प्रखंड कर्मी सुशिल कुमार शर्मा, कृषि समन्वयक प्रवीण कुमार बब्बू, अवधेश कुमार सिंह, संजय सिंह, किसान सलाहाकार अमरेंद्र कुमार लाल, कर्ण कुमार, कनीय अभियंता सन्नी कुमार, मो. रहमतुल्ला, एकाउंटेंट कंचन राज शामिल थे। इस टीम ने पंचायत के सभी वार्डों में नल जल योजना का निरीक्षण किया। बीडीओ व टीम ने बारी-बारी से सभी वार्डों में घूम-घूम कर आम लोगों से जानकारी ली। वार्ड नंबर 08, 12, 14, 13 को छोड़कर ज्यादातर लोगों ने बताया कि पानी तो सवच्छ है, लेकिन अधिकतर घरों तक न पाइप बिछी है न नल लगे है। लोगों से पूछताछ के दौरान अधिकांश वार्डों में नल जल योजना से संबंधित कार्य संतोषजनक नही बताया गया।
बीड़ीओ ने बताया कि जिलाधिकारी को अग्रेतर कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। पंचायत के सभी वार्डो में बिजली की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण नल जल बंद पड़ा मिला। विद्युत विभाग के कनीय अभियंता विजयकांत ठाकुर से बात कर बीडीओ ने अविलंब उक्त वार्डों के बोरिंग में 15 दिनों के भीतर कनेक्शन करने का आदेश दिया। वार्ड संख्या-6 के लोगों से शिकायत मिली कि नल से रूक रूककर पानी आता है इसपर बीडीओ ने ऑपरेटर को संज्ञान लेने को कहा। जांचोपरांत बीडीओ ने मुखिया समेत सभी वार्ड के अध्यक्षों और सचिवों को कहा कि जिन वार्डों में कार्य अधूरा है वहां शीघ्र कार्य पूर्ण कराएं। पता चला कि इस प्रखंड में एक ही व्यक्ति को नल जल योजना की ठीकेदारी मिली है जिससे कार्य मनमाने तरीके से हो रहा है।
नल जल में रीगा की कई पंचायतों में भी मिली गड़बड़ी
रीगा (सीतामढ़ी) ,संस : राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला पदाधिकारी द्वारा गठित टीम द्वारा प्रखंड क्षेत्र की सिराही रीगा प्रथम एवं रीगा द्वितीय पंचायत में नल जल योजना की जांच की गई। सिराही पंचायत के वार्ड नंबर-7, 8,9, 10, 11, 12, 13 एवं 14 में सिर्फ वार्ड नंबर 13 का कार्य संतोषप्रद पाया गया। उसके अलावा अन्य तमाम जगहों पर नल से जल का दर्शन नहीं हुआ। वार्ड सदस्यों द्वारा भी कोई कागजात नहीं प्रस्तुत किए जा सके। चेंबर स्टार्टर भी नहीं था। रीगा प्रथम पंचायत के 4,5,6 एवं 7 में सिर्फ 4 वार्ड का कार्य संतोषप्रद पाया गया। रीगा द्वितीय पंचायत के 7,8 एवं 9 में जांच में कहीं भी कार्य संतोषप्रद नहीं पाया गया।
इन वार्डों में भी नल का जल नहीं मिल रहा था। कुल मिलाकर 3 पंचायतों में 15 वार्डों की जांच उपरांत सिर्फ दो वार्डों में ही पानी की आपूर्ति होती हुई दिखी। जांच टीम में कनीय अभियंता मनोज कुमार, तकनीकी सहायक विजय कुमार, आशुतोष कुमार एवं विजय कुमार चौधरी शामिल थे। जांच टीम के सदस्यों ने बताया कि जिला प्रशासन को जांच प्रतिवेदन आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा।