मधुबनी के अंतरराष्ट्रीय पैरा तैराक शम्स का नाम India book of record में दर्ज, जानिए उनकी उपलब्धियां
12 मिनट 23 सेकंड में दो किमी की तैराकी पूरी की। एशियन बुक लिम्का बुक व गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड पर नजर।
मधुबनी, जेएनएन। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पैरा तैराक मो शम्स आलम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करा लिया है। आठ दिसंबर 2019 को बिहार तैराकी संघ द्वारा पटना के लॉ कॉलेज घाट पर गंगा में आयोजित मिश्री लाल स्मृति ओपन तैराकी चैंपियनशिप में 24 सामान्य व दिव्यांग तैराकों ने हिस्सा लिया था। शम्स ने 12 मिनट 23 सेकंड में दो किमी की तैराकी पूरी कर प्रथम स्थान हासिल किया था। बिस्फी प्रखंड के रथौस गांव निवासी मो. नसीर के पुत्र शम्स (33) का कहना है कि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम आने के बाद अब एशियन बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड व गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन देंगे। लोस चुनाव 2019 में आयोग ने इन्हें ब्रांड एंबेस्डर बनाया था।
हिम्मत नहीं हारी, करने लगे मेहनत
शरीर का आधा हिस्सा लकवाग्रस्त होने के बाद भी शम्स जिले से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पांच दर्जन मेडल प्राप्त कर चुके हैं। वर्ष 2010 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान रीढ़ में दर्द की शिकायत हुई। मुंबई के एक अस्पताल में ऑपरेशन हुआ। पांच माह बाद दूसरे अस्पताल में ऑपरेशन हुआ। वर्ष 2012 में चिकित्सकों ने दिव्यांग होने की बात कही। व्हीलचेयर के सहारे दिन गुजारने लगे। लेकिन, हिम्मत नहीं हारी। तैराकी में मेहनत करने लगे। वे ग्रामीण क्षेत्र में दिव्यांग खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने की इच्छा रखते हैं।
कई देशों की प्रतियोगिताओं में ले चुके हिस्सा
पैरा तैराकी में अमेरिका के फ्लोरिडा में खिताब हासिल करने वाले शम्स देश के विभिन्न हिस्सों में पैरा तैराकी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल सहित कई पुरस्कार जीत चुके हैं। मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट शम्स वर्ष 2018 में उनका चयन अमेरिकी सरकार के खेल विभाग और अमेरिका के टेनेसी विवि के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ग्लोबल स्पोर्ट्स मेंटरिंग प्रोग्राम के लिए हुआ था।
रिकॉर्ड दर रिकॉर्ड
वर्ष 2017 को गोवा में एक ट्रैवल्स कंपनी की ओर से आयोजित उमोजा बीच फेस्टिवल में चार घंटे चार मिनट में आठ किमी की तैराकी कर रिकॉर्ड बनाया। जुलाई 2017 में बर्लिन में आयोजित पैरा वल्र्ड सीरीज स्विमिंग चैंपियनशिप में 54 देशों के 634 खिलाडिय़ों के साथ प्रदर्शन में एस पांच कैटगरी में सातवीं रैंक हासिल की। अगस्त 2017 में पटना की व्हीलचेयर रग्बी चैंपियनशिप में बिहार टीम के कप्तान के रूप में भाग लिया। जकार्ता में वर्ष 2018 में होने वाले एशियन पैरा गेम्स में भाग लिया। वर्ष 2017 को बिहार दिव्यांग स्पोर्ट्स एकेडमी तथा इसी वर्ष बिहार सरकार द्वारा पटना में खेल सम्मान समारोह में सम्मानित किया था।