International Diabetes Day: यदि आपका वजन भी तेजी से बढ़ रहा है तो इस तरह से बढ़ा सकता है यह आपकी परेशानी
International Diabetes Day बदल रही जीवन शैली बना रहा मधुमेह का रोगी हर पांच में से एक व्यक्ति मधुमेह का शिकार। यदि किसी परिवार में मधुमेह की बीमारी पहले से है तो उस परिवार में पीढ़ी-दर-पीढ़ी यह बढ़ती जाती है।
मुजफ्फरपुर, अमरेंद्र तिवारी। मधुमेह बहुत ही खतरनाक बीमारी है। वर्तमान में हर पांच में से एक व्यक्ति मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है। मधुमेह ऐसी बीमारी है, जो अधिकतर लोगों में अनुवांशिक भी होती है। यदि किसी परिवार में मधुमेह की बीमारी पहले से है तो उस परिवार में पीढ़ी-दर-पीढ़ी यह बढ़ती जाती है। डायबिटीज मुख्यत: पीडि़त व्यक्ति के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा होने के कारण होती है। डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं। इसमें पहला वह जिसमें जब रोगी के शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है, उस समय व्यक्ति को मानव निर्मित इंसुलिन का सहारा लेना पड़ता है। दूसरा वह जब रोगी के शरीर की कोशिकाएं उसके शरीर की इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करना बंद कर देती हैं। उस स्थिति में भी व्यक्ति को मधुमेह जैसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।
डायबिटीज दिवस
डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डॉ.सौरभ कहते हैं कि प्रतिवर्ष विश्वभर में 14 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय मधुमेह दिवस अथवा विश्व डायबिटीज दिवस मनाया जाता है। इस दिन सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्मदिवस है। उन्होंने कनाडा के टोरंटो शहर में बेस्ट के साथ मिलकर सन 1921 में इंसुलिन की खोज की थी। इस साल विश्व मधुमेह दिवस 2020 का विषय द नर्स एंड डायबिटीज है। इस थीम को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को मधुमेह के प्रति जागरूकता करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
इस तरह से करें बीमारी की पहचान
एपीआइ के उपाध्यक्ष व विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ.एके दास कहते हैं कि थकान, कमजोरी, पैरों में दर्द होना, पैर का घाव ठीक न होना, अधिक पेशाब और भूख लगना, वजन कम होना, बार- बार चश्मे का नंबर बदलना इसके मुख्य लक्षण है। अगर यह लक्षण दिखे तो जांच अवश्य कराएं। इसपर नियंत्रण के लिए नियमित शुगर स्तर की जांच कराएं, किसी भी तरह के घाव को खुला न छोड़ें, फलों का रस लेने की बजाए फल खाएं, व्यायाम करें और अपना वजन नियंत्रित रखें।
व्यायाम को जीवन शैली में शामिल करना जरूरी
विश्व मधुमेह दिवस की पूर्व संध्या पर कलमबाग चौक स्थित एक होटल के सभागार में एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया की मुजफ्फरपुर इकाई तथा रोटरी इंटरनेशनल एवं लायंस क्लब की ओर से मीडिया संवाद का आयोजन किया गया। एपीआइ के चेयरमैन वरीय चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र कुमार ने विश्व मधुमेह दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के संयोजक एपीआइ के वैज्ञानिक सचिव डॉ. एके दास ने कहा कि किडनी तथा हृदय रोगों की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण डायबिटीज भी है। कल विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों के बीच डायबिटीज और उसकी रोकथाम से संबंधित ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। मौके पर एसकेएमसीएच मेडिसीन विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कमलेश तिवारी, एपीआइ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बीबी ठाकुर ने ऑनलाइन संबोधित करते हुए नियमित जीवन शैली, योग, व्यायाम एवं संतुलित आहार के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।