किसानों के बंद को लेकर भारत-नेपाल के सीमावर्ती ग्रामीण रास्तों पर सघन गश्ती
भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में विशेष सतर्कता का निर्देश। भारत बंद को लेकर जारी किया गया अलर्ट। बार्डर की संवेदनशीलता और नेपाल से तल्ख रिश्ते का लाभ भारत विरोधी संगठन के लोग उठाने के फिराक में लगे होने की संभावना है।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में विशेष सतर्कता का निर्देश दिया है। देश में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आगामी 8 दिसंबर को भारत बंद को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बार्डर की संवेदनशीलता और नेपाल से तल्ख रिश्ते का लाभ भारत विरोधी संगठन के लोग उठाने के फिराक में लगे होने की संभावना है। जिसको लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा की सुरक्षा व्यवस्था में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कार्य कर रही एजेंसियों से आपसी समन्वय स्थापित कर और बेहतर सुरक्ष व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है। बता दें कि भारत चीन के बीच तनाव के दौरान नेपाल की केपी शर्मा ओली सरकार ने भारतीय भूमि को नेपाल की भूमि बताते हुए विवादित नक्शा जारी किया था। जिसके बाद चीनी अधिकारियों का लगातार नेपाल दौरा हो रहा है। नेपाल में भारत विरोधी माहौल तैयार किया जा रहा है।
हिंसा फैलाए जाने की आशंका
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका व्यक्त की है कि किसान आंदोलन के समर्थन में होने वाले भारत बंद के दौरान उपद्रवी तत्वों द्वारा हिंसा फैलाया जा सकता है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तीन दिन पूर्व एसएसबी यानी सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों का दल बार्डर पिलर और सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लिया था। इस संबंध में एसएसबी रक्सौल मुख्यालय कमांडेंट प्रियब्रत शर्मा लगातार बार्डर की सुरक्षा व्यवस्था पर स्वयं पैनी नजर रख रहे हैं। थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि अपराध नियंत्रण और नागरिक सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है। आंदोलन के समर्थन में भारत बंद के दौरान आवश्यकता पड़ी तो अतिरिक्त पुलिस बल की तैनात किया जा सकता है। उपद्रवी तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। किसान संगठन के समर्थन करने वाले दलों के नेताओं पर भी नजर है। नेपाल बार्डर सील है। बंद के दौरान नेपाल के ग्रामीण रास्तों पर संघन गश्ती की व्यवस्था है।