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कोरोना से निपटने को मधुबनी डीएम ने ऑक्सीजन सिलेंडर का बफर स्टॉक सुनिश्चित करने का दिया निर्देश

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर का बफर स्टॉक सुनिश्चित करने का निर्देश ऑक्सीजन की बाधारहित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए डीडीसी बनाए गए नोडल पदाधिकारी ऑक्सीजन की दैनिक खपत का आकलन कर उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 04:31 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 04:31 PM (IST)
कोरोना से निपटने को मधुबनी डीएम ने ऑक्सीजन सिलेंडर का बफर स्टॉक सुनिश्चित करने का दिया निर्देश
मधुबनी समाहरणालय, डीएम कोरोना संक्रमण से न‍िपटने की तैयारी में जुटे।

मधुबनी, जासं। जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने उप विकास आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिले में ऑक्सीजन का बफर स्टॉक सुनिश्चित करवाने का निर्देश भी डीएम ने डीडीसी को दिया है। जिला पदाधिकारी ने जिले के उप विकास आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि जिले में कोविड सेंटरों, सरकारी एवं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की दैनिक खपत के आकलन का विश्लेषण करते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए दरभंगा जिले के उप विकास आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करें। वहीं, ऑक्सीजन की अन्यत्र स्रोतों की जानकारी प्राप्त करते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए सक्रिय कार्रवाई भी सुनिश्चित करें।

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इस मामले से संबंधित जारी किए गए पत्र में जिला पदाधिकारी ने उल्लेख किया है कि कोरोना संक्रमण से उत्पन्न संकट की घड़ी में जीवनदायी ऑक्सीजन की बाधारहित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उप विकास आयुक्त को नोडल पदाधिकारी की जिम्मेवारी दी जा चुकी है। लेकिन, रामपट्टी स्थित कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के साथ-साथ निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई थी। रामपट्टी स्थित कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 27 अप्रैल की शाम 4.12 बजे ऑक्सीजन की किल्लत की जानकारी प्राप्त हुई थी।

डीएम ने कहा कि इस जानकारी के दौरान वे मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल थे। जिस कारण डीडीसी को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उक्त समस्या से अवगत कराया गया। पुन: दो घंटे के बाद भी संदेश भेजा गया, लेकिन डीडीसी द्वारा संभवत: कोई संज्ञान नहीं लिया गया और न ही डीएम को वस्तुस्थिति की जानकारी से अवगत कराया गया। जबकि, नोडल पदाधिकारी के तौर पर डीडीसी की महती जिम्मेवारी है। इस जिम्मेवारी का यदि ससमय एवं त्वरित गति से निर्वहन नहीं किया जाए तो कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में कोई अनहोनी भी घटित हो सकती है, जिससे इंकार नहीं किया जा सकता है।


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