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Indian Railways News: सप्तक्रांति में सफ करने वाले हों तो रहें सावधान, साफ सफाई की यह है स्‍थ‍ित‍ि

Indian Railways News कोरोना संक्रमण की आशंका और रेलवे कोविड गाइडलाइन के बावजूद ट्रेनों की सफाई जैसे-तैसे है। जंक्शन से खुलने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में साफ-सफाई भगवान भरोसे है। इसमें ठेकेदारी सिस्टम से सफाई कर्मियों को तैनात किया जाता है। लेकिन कर्मचारी मनमानी करते हैं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 07 Dec 2020 08:17 AM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 08:17 AM (IST)
बिना सफाई का कर्मचारी फार्म पर यात्री का ब्योरा अंकित कर कार्यालय में जमा हो रहा है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Indian Railways News: कोरोना संक्रमण की आशंका और रेलवे कोविड गाइडलाइन के बावजूद ट्रेनों की सफाई जैसे-तैसे है। जंक्शन से खुलने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में साफ-सफाई भगवान भरोसे है। इसमें ठेकेदारी सिस्टम से सफाई कर्मियों को तैनात किया जाता है। लेकिन, कर्मचारी मनमानी करते हैं। बोगियों का सैनिटाइजेशन तो दूर झाड़ू-पोछा भी ठीक से नहीं हो रहा। रनिंग ट्रेन में झाड़ू लगाने की कोई सोचता भी नहीं है। स्टेशनों पर यात्री भी बेरोक-टोक चढ़ रहे। मास्क की माॅनीटरिंग हो रही ना शारीरिक दूरी की। जंक्शन से खुलते ही अन्य स्टेशनों पर अवैध वेंडरों का आना-जाना शुरू हो जाता है। इससे पग-पग पर संक्रमण का खतरा बना रहता है।

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ठेकेदार को साफ सफाई का जिम्मा

जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जंक्शन से आनंद विहार टर्मिनल के लिए सप्तक्रांति एक्सप्रेस खुलती है। रेलवे ने ठेकेदार को रनिंग ट्रेन में साफ सफाई का जिम्मा दिया। प्रत्येक दिन रास्ते में सप्तक्रांति एक्सप्रेस की स्लीपर व एसी कोच की सफाई के लिए ठेकेदार का 6 कर्मचारी मैटेरियल व फार्म लेकर तैनात होता है। इन कर्मियों को एसी, स्लीपर बोगी में बेहतर सफाई करना है। यात्री से सफाई के बारे में पूछताछ कर फार्म पर मोबाइल नंबर, बर्थ नंबर और अन्य ब्येरा के साथ हस्ताक्षर करवाना है।

कर्मचारियों की आदत में कोई सुधार नहीं

मगर, बिना सफाई का कर्मचारी फार्म पर यात्री का ब्योरा अंकित कर कार्यालय में जमा हो रहा है। बोगी में गंदगी होने पर यात्री रेल मंत्री को ट्वीट के जरिए और कंट्रोल से संपर्क कर शिकायत करते हैं। इस माह में तीन यात्री ने बोगी में गंदगी को लेकर शिकायत की। अधिकारी को सूचना मिलने के बाद ठेकेदार को जुर्माना लगाया जाता है। बावजूद सफाई कर्मचारियों की आदत में कोई सुधार नहीं है। एसी व स्लीपर बोगी में गंदगी बरकरार है। जबकि रेलवे बोर्ड की ओर से प्रत्येक दिन गाड़ी को धुलाई करने के बाद सैनिटाइज करने का आदेश दिया गया था। लेकिन, कोचिंग डिपो के वाशिंग पिट पर सैनिटाइजर का छिड़काव नहीं हो रहा है। सोनपुर मंडल के डीआरएम ने कहा कि वाशिंग पिट पर ट्रेनों की सफाई के बाद सैनिटाइजर का छिड़काव करने का आदेश दिया हुआ है। इसके बावजूद सैनिटाइजर का छिड़काव नहीं हो रहा है, तो संबंधित अधिकारी और कर्मियों से पूछताछ होगी। 


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