India-Nepal Tension: नेपाल पुलिस की फायरिंग पर बोले सीतामढ़ी सांसद, नेपाल ने मैत्री संबंधों पर चलाई गोलियां
India Nepal Tension शुक्रवार की सुबह भारत-नेपाल सीमा पर नेपाली पुलिस ने गोलीबारी की जिसमें एक भारतीय की मौत हो गई। इसे लेकर सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने दिया बयान।
सीतामढ़ी, जेएनएन। India Nepal Tension: सीतामढ़ी से बिहार के सतारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के सांसद व पूर्व पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि आज नेपाल ने पहली बार दोनों देशों के संबंध के उपर गोली चलाने का काम किया है। नेपाली की ये कार्रवाई शर्मसार करने वाली है। हमारे बीच रोटी-बेटी का संबंध रहा है। यह सही है कि लॉकडाउन में दोनों देशों का आवागमन बंद है। आवागमन को लेकर ही ये घटना हुई है। मगर, नेपाली पुलिस को अपनी बातों से या डरा-धमकार उन लोगों को मिलने से अलग कर देना चाहिए न कि गोली चलाकर जान लेनी चाहिए थी। हमने सीतामढ़ी के डीएम-एसपी से इस बारे में बात की है। उधर, किशनगंज के इलाके में बॉर्डर पर पिछले दिनों फायरिंग हुई थी। फसल कटनी का मामला था।
उन्होंने बताया कि नेपाल के अधिकारियों से इस बारे में वार्ता हो रही है। नेपाल ने हमारे जिस भाई को बंधक बना लिया है, उनको छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है। 'नो मेंस लैंड' पर लालबंदी व नारायणपुर बॉर्डर पर साप्ताहिक हाट बाजार भी लगता है। जहां दोनों देश के सैकड़ों लोग खरीदारी करने आते रहते हैं। सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार, शनिवार को ये बाजार लगता है तथा इस समय दोनों देश के सुरक्षा बल भी तैनात रहते हैं। लॉकडाउन के चलते बॉर्डर पर आवाजाही कम गई है।
किशनगंज बॉर्डर पर भी हुई थी फायरिंग: गौरतलब है कि 16 मई की रात को इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भारतीय सीमा क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ नेपाल आर्म्ड फोर्स के जवानों के साथ तीखी झड़प के बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया। दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र अंर्तगत करूवामनी पंचायत के सुरीभिट्ठा गांव के उस पार नेपाल के कुट्टी गांव के समीप रात लगभग 9.30 बजे घटित इस घटना में नेपाल आर्म्ड फोर्स के जवानों के द्वारा हवाई फायरिंग की बात ग्रामीणों द्वारा बताई गई। जिसे लेकर 17 मई को नो मैंस लैंड पर एसएसबी के अधिकारियों, स्थानीय पुलिस पदाधिकारी व नेपाल आर्म्ड फोर्स के अधिकारियों व दोनों देश के जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर मामला सुलझा लिया गया। एसएसबी 19 वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट नवीन कुमार व गंधर्वडांगा थानाध्यक्ष प्रदीप चंद्र ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसानों को नेपाल सीमा में प्रवेश नहीं करने व फसल को जमींदारों द्वारा कटनी कराने पर सहमति बनी। इस घटना को लेकर दोनों देश के सीमा प्रहरी शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने को लेकर बैठक की।
क्या था मामला : बॉर्डर पिलर संख्या 125/10 के समीप नेपाल के कचन कबल गांव में भारतीय किसानों द्वारा नेपाल क्षेत्र में ठेका पर लगाए मक्का तोडऩे की कोशिश की गई थी। दर्जनों की संख्या में पहुंचे किसान कचिया जैसे घरेलू हथियार से लैस थे। ड्यूटी पर तैनात नेपाल फोर्स के रोके जाने पर भी ग्रामीण जोर जबरदस्ती करने लगे। जिस पर नेपाल आर्म्ड फोर्स के जवानों ने अपनी आत्मरक्षा के लिए एक हवाई फायरिंग कर दी। गोली चलते ही सभी किसान भाग गए।