Weather Update: मौसम का मिजाज बदलने से भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ गई है ठंड
Weather Update India-Nepal Border Area हिमालय की तलहटी वाले क्षेत्र में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। फिलहाल सुबह और शाम के अलावें रात्रि में तेज हवा से ठंड बढ़ जा रही है। रक्सौल शहर में सजने लगा है गर्म कपड़ों का बाजार।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। हिमालय की तलहटी वाले क्षेत्र में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। ठंड दस्तक दे चुकी है। फिलहाल सुबह और शाम के अलावें रात्रि में तेज हवा से ठंड बढ़ जा रही है। क्षेत्र के लोग लोग स्वेटर, शॉल का सहारा लेने लगे है। बाइक चालकों और बच्चे उम्रदराज लोग स्वेटर व जैकेट का प्रयोग शुरू कर दिए है। बच्चे गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। संध्या के बाद महिलाओं को शॉल ओढ़ते देखा जाता है। सुबह धूप की गरमाहट अच्छी लगने लगी है। नेपाल मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में पारा और नीचे गिरने वाला है जिससे ठंड बढऩे वाली है।
फेरी लगाकर गर्म कपड़ों का बिक्री करने वालों की चहल कदमी बढऩे के साथ-साथ गुलाबी ठंड के साथ गर्म कपड़ों का बाजार गर्म होने लगा है। सीमावर्ती शहर के रेडीमेड दुकानों पर स्वेटर, मफलर, जैकेट व अनेक किस्म के रजाई सज गए हैं। स्थानीय स्तर पर कारीगर रजाई बनाने में जुट गए है। इसके लिए रूई की खरीदारी भी जोरों से चल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कंबल की खरीदारी शुरू हो गई है। चौक-चौराहों पर गर्म कपड़ों की बिक्री शुरू हो गई है। फुटपाथी दुकानों पर गर्म कपड़ों की बिक्री देखी जा रही है। शॉल, स्वेटर सहित अन्य गर्म कपड़े की बिक्री करने वाले फेरी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में दौडऩे लगे हैं।
सजा गर्म कपड़ों का बाजार, रजाई की बढ़ी मांग
गुलाबी ठंड को लेकर स्थानीय बाजार में रेडिमेड रजाई की मांग बढऩे लगी है। रजाई डबल लेयर एक से तीन हजार रुपये, स्थानीय स्तर पर तैयार रजाई छह सौ से एक हजार, कंबल दो से पांच सौ रुपये, शॉल डेढ से तीन सौ रुपये, तोसक पांच से एक हजार रुपये, मफलर एक से तीन सौ रुपये प्रति पीस के दर पर बिक्री किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष इसके मूल्य में दस से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखा जा रहा है। बावजूद इसके लोग जरूरत के मुताबिक इसकी खरीदारी कर रहे हैं।
ठंड से बचाव का रखें ख्याल
दंत चिकित्सक के अनुसार ठंड का मौसम आने के साथ ही दांत दर्द, सर्दी, खांसी, बुखार का असर बच्चों व बुजुर्गों पर देखा जा रहा है। ठंड बढऩे पर सर्दी, खांसी, बुखार, निमोनिया के अलावा ज्वाइंट पेन के प्रति लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। डा. मनीष कुमार कहते हैं कि ठंड के प्रारंभिक इस दौर में सुबह व संध्या बाद ठंड काफी बढ़ जाती है। ऐसे में गर्म कपड़ों की अनदेखी घातक हो सकता है। ठंड के दिनों में बच्चों व बुजुर्गों को निश्चित रूप से गर्म दूध का सेवन करना चाहिए।