West Champaran : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व कर्मियों की छुट्टियां रद, जानिए वजह
West Champaran होली के लेकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वनक्षेत्र में घुसपैठ शिकार वन अपराध और तस्करी होने की आशंका बढ़ जाती हैं। इसको देखते हुए वन प्रशासन ने सभी वन कॢमयों की छुट्टी को रद कर दिया है। होली के दिन सफारी पर भी रोक रहेगी।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जागरण संवाददाता। होली को लेकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसको देखते हुए वन प्रशासन ने सभी वन कॢमयों की छुट्टी को रद कर दिया है। क्योंकि आशंका है कि होली की आड़ में शिकारी वन्यजीवों सहित अन्य वन संपदा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
वाल्मीकिनगर के कई इलाकों में तेंदुआ एवं भालू की चहलकदमी :
वाल्मीकिनगर के कई इलाकों में तेंदुआ एवं भालू की चहलकदमी देखी जा रही है। जिससे गांव के लोगों में काफी दहशत है। इसके साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने गांव के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे झुंड में ही खेतों की तरफ जाएं। शाम के समय घर के बाहर आग जलाकर रखें और कोई भी वन्य जीव नजर आने पर वन विभाग को सूचित करें।
वन अपराध करते पकड़े जाने पर होगी कार्रवाई :
इस बाबत वन संरक्षक-सह-क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि होली ्के लेकर वनक्षेत्रों में घुसपैठ ,शिकार, वन अपराध और तस्करी होने की आशंका बढ़ जाती हैं। हालांकि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए वनकर्मी पुरी तरह चौकस हैं। वन क्षेत्र में किसी भी तरह के वन अपराध करते पकड़े जाने पर वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
100 से अधिक वन कॢमयों को अतिसंवेदनशील सीमाओं पर गश्त के लिए लगाया गया :
वनाधिकारियों द्वारा विभागीय अमले को जंगलों की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि वे जंगल और जंगली जानवर की सुरक्षा करें। रात में गश्त के दौरान कोई भी कर्मचारी अपनी ड्यूटी से गायब मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय है। 100 से अधिक वन कॢमयों को अतिसंवेदनशील सीमाओं पर गश्त के लिए लगाया गया है। होली के दिन सफारी को पूरी तरह से रोक रहेगी। अधिकारी खुद जंगलों का दिन और रात में भ्रमण कर हर पल का जायजा लेंगे। उत्तर प्रदेश एवं नेपाल से लगी सीमा पर विशेष चौकसी बढ़ा दी गई है।