[ विवेक कुमार, पश्चिम चंपारण ] । वीटीआर (वाल्मीकि टाइगर रिजर्व) का पर्यटन सत्र चल रहा है। लेकिन, कोरोना महामारी को देखते हुए बुजुर्गों और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को जंगल सफारी में जाने से रोक है। साथ ही जंगल में घूमने पर कई तरह की पाबंदियां हैं।इस कारण वे इसका लाभ नहीं लेे पा रहे हैं। रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि वीटीआर के सभी गेटों पर इस निर्देश को चस्पा कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों को इसका सक्रियता से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि वीटीआर को खोलने के लिए जो गाइडलाइन बनाई गई थी। उसमें इस बात का जिक्र था। लेकिन गेट पर पोस्टर न लगाए जाने के कारण शुरुआती दिनों में इस आयु वर्ग के लोग भी आ गए थे।
बिना मास्क के नहीं मिला प्रवेश
वीटीआर में बिना मास्क के पहुंचे लोगों को एंट्री नहीं दी गई। बेतिया से आए पर्यटक विनोद सिंह, मुकेश सिंह एवं राहुल सिंह ने बताया कि बड़ी उम्मीद के साथ हमलोग सपरिवार वाल्मीकि नगर जंगल सफारी पर आए थे। लेकिन कोविड 19 के निर्देशों का हवाला देकर बच्चों को जंगल सफारी में जाने की अनुमति नहीं मिलने से हमलोग मायूस हैं। वहीं गोरखपुर से जंगल सफारी की हसरत लिए आए अंचल गुप्ता के स्वजनों को भी बच्चों को भी जंगल सफारी की इजाजत नहीं मिलने से यह परिवार मायूस होकर वापस गोरखपुर लौट गया। अन्य पर्यटकों को जंगल कैंप के मेन गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की गई और तापमान सामान्य रहने पर ही अंदर जाने की अनुमति मिली।
नहीं जा सकेंगी गर्भवती
क्षमता से आधे लोग ही गाड़ी-जिप्सी में बैठ सकेंगे। ताकि शारीरिक दूरी नियम का पालन हो। गर्भवती के लिए भी एंट्री बैन कर दी गई है। बुखार होने की स्थिति में पर्यटक को गेट से ही लौटा दिया जा रहा है । सफारी में प्रवेश करने के पहले एक-एक पर्यटक का नाम, पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है ।
सफारी के भीतर प्रवेश करने के बाद पर्यटकों को एक कतार में निर्धारित दूरी बनाकर चलना होगा। इस बाबत चिकित्सक डाॅ. राजू प्रसाद ने बताया कि बुजुर्गों एवं बच्चों में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तुलनात्मक रूप से कम होने की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
गाइडलाइन का करें पालन
सीएफ हेमकांत राय कहा, गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन में आवश्यक तौर पर 65 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों को घर से बाहर निकलने से मना किया गया है। अति आवश्यक कार्य के लिए ही इन्हें बाहर जाने की अनुमति है। इसे देखते हुए वीटीआर में 65 वर्ष या इससे अधिक आयु और 10 वर्ष या इससे कम आयु के बच्चों को जंगल सफारी में जाने पर रोक लगाई गई है।