Samastipur: जदयू जिलाध्यक्ष के भाई की हत्या मामले में चौथे दिन भी पुलिस को नहीं मिला सुराग
तीन-चार संदिग्ध को हिरासत में लेकर कर रही पूछताछ डीएसपी के नेतृत्व में आधा दर्जन थाना की पुलिस कर रही छापेमारी सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में एसआटी ने मुसरीघरारी बंगरा थाना क्षेत्र के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है।
समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। समस्तीपुर जिले के सरायरंजन थाना क्षेत्र के झखड़ा गांव में 7 जून को सीएसपी संचालक सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या में मामले में एसआइटी का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह के निर्देश पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में अंचल निरीक्षक विक्रम आचार्य, मुसरीघरारी थानध्यक्ष संजय सिंह, सरायरंजन थानाध्यक्ष राजा, बंगरा थानाध्यक्ष संदीप कुमार और डीआईयू के संदीप पाल को एसआईटी में शामिल किया गया हैं। सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में एसआटी ने बुधवार को मुसरीघरारी, बंगरा थाना क्षेत्र के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इधर, पूर्व सांसद सह जदयू जिलाध्यक्ष अश्वमेध देवी के भाई सीएसपी संचालक सुनील कुमार की हत्या के मामले में चौथे दिन भी पुलिस की हाथ खाली ही रही। हालांकि पुलिस इस हत्याकांड में संलिप्त पांच अज्ञात अपराधियों को गिरफ्तार करने को लेकर सिविल ड्रेस में संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में की जा रही छापेमारी में आधा दर्जन थाने की पुलिस को इसमें शामिल किए जाने की बात बताई जा रही है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पुलिस उजियारपुर एवं सरायरंजन थाना क्षेत्र से तीन–चार संदिग्ध लोगों को पकड़कर उससे पूछताछ कर रही है। बावजूद इसके पुलिस अभी तक कोई ठोस निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। हालांकि किसी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की बात से पुलिस ने इंकार किया है। अब देखने वाली बात है कि पुलिस इस हाई प्रोफाइल मामले का उद्भेदन करने में कब तक सकल हो पाती है। इस घटना पर पूरे जिले के लोगों की निगाहें हैं।