मुजफ्फरपुर में एक-एक व्यक्ति तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की चल रही यह तैयारी, जानिए आप तक कब पहुंचने की है संभावना
शुरू हो गई है वितरण प्रक्रिया को दुरुस्त करने की कवायद। चिकित्सक व कर्मी का बनेगा डाटा बैंक। जिला कंट्रोल रूम की बढ़ी निगरानी चार सौ लोगों की ली खैरियत रिपोर्ट। होम क्वारंटाइन पर रहने वाले से प्रतिदिन कंट्रोल रूम से होती बात।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीन के अंतिम ट्रायल की बात सामने आने के साथ ही जिले में इसके वितरण की कवायद शुरू है। इधर कोरोना के लिए बने कंट्रोल रूम की निगरानी बढ़ा दी गई है। शनिवार को कंट्रोल रूम से चार सौ लोगों की खैरियत रिपोर्ट ली गई। यहां एनएम रीना सिन्हा व शिक्षक संतोष कुमार शाम तक होम क्वारंटाइन में रहने वालों से बातचीत कर उनका हाल लेते रहे। राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के जिला समन्यवक डॉ. निशांत कुमार की देखरेख में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.विनय शर्मा ने बताया कि अबतक 14357 लोगों की कॉल के माध्यम से खैरियत रिपोर्ट ली गई है। वहीं 3445 लोगों को टेलीफोन के जरिए चिकित्सा परामर्श दिया गया।
वैक्सीन वितरण को बनेगा डाटा बैंक
सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह ने कहा कि कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है। कब तक वैक्सीन स्वास्थ्य विभाग को वितरण के लिए मिलेगी इसकी तिथि अभी तय नहीं है। विभाग के निर्देश पर तैयारी शुरू कर दी गई है। वैक्सीन फ्रंट लाइन वारियर्स यानी आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका और चिकित्सक को पहले मिलेगी। ये सभी कोरोना के हाई रिस्क जोन में हैं। इसके बाद निजी व सरकारी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.एके पांडेय के नेतृत्व में सरकारी चिकित्सक, निजी चिकित्सक व कर्मियों का डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है।
ये चल रही तैयारी
- सदर अस्पताल से पीएचसी तक वैक्सीन गोदाम व कोल्ड चेन सिस्टम को किया जा रहा मजबूत
- निजी चिकित्सक व कर्मियों के डाटा के लिए आइएमए से लिया जाएगा सहयोग
- नवंबर के अंत तक कितने चिकित्सक, कर्मी व कार्यालय सहायक हैं उसकी सूची तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी।
- राज्य मुख्यालय की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नियमित चल रही समीक्षा, दी जा रही गाइडलाइन