मुजफ्फरपुर में कोरोना टीका और दवा लेनेवाले आपस में उलझे, गार्ड से धक्का-मुक्की
सदर अस्पताल में टीका लेने के लिए लगी रही लंबी कतार रजिस्ट्रेशन काउंटर कम होने पर हंगामा। एक ही काउंटर से किया जा रहा था रजिस्ट्रेशन और दवा वितरण का कार्य। आक्रोशित लोगों को समझाने गए गार्डों के छूटे पसीने किसी तरह शांत हुए लोग।
मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल में कोरोना का टीका लेने आए लोगों ने हंगामा किया। ओपीडी में इलाज कराने वाले के दवा वितरण व टीका के निबंधन का एक ही काउंटर होने से भीड़ उमड़ी। इससे आपस में धक्का-मुक्की होने लगी। सुबह से ही अफरातफरी का माहौल बनने लगा। वहां दो गार्ड की तैनाती की गई। दोपहर होते ही भीड़ उग्र हो गई। काफी देर तक कतार में खड़े रहने से लोग परेशान हो गई। कुछ लोग जबरन लाइन तोड़कर आगे जाकर रजिस्ट्रेशन कराने का प्रयास करने लगे। वहीं, दूसरी तरफ से ओपीडी में भी लंबी लाइन थी। टीका का रजिस्ट्रेशन करा रहे और दवा लेने वालों में पहले बहस हुई। धीरे-धीरे बात बढ़कर हाथापाई पर आ गई। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। यह देखकर दोनों गार्ड डंडा लेकर समझाने गए तो उसके साथ भी धक्का मुक्की की गई। इसी दौरान बारिश होने लगी। इससे बरामदे के नीचे खुले आसमान में जो लोग लाइन में थे वे भी ऊपर पहुंच गए। लोगों की संख्या बढ़ गई। टीकाकरण रजिस्ट्रेशन का कार्य भी कुछ देर के लिए रुक गया। हालांकि बाद में अन्य गार्डों के पहुंचने पर सभी को बरामदे पर ही दूसरी तरफ से लाइन में खड़ा कराया गया। इसके बाद हालत सामान्य हुए। कलमबाग चौक निवासी रोहित कुमार ने बताया कि वे टीका लेने आए थे। सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक लाइन में लगे। उसके बाद भी पीछे वाले आकर पर्ची लेकर जा रहे थे। इसपर हंगामा हुआ। इधर मिठनपुरा के सौहैल ने कहा कि वह सुबह 10 बजे से लाइन में लगे हैैं, लेकिन निबंधन की धीमी गति से परेशानी हुई।
महिला को सर्प ने डसा, झाडफ़ूंक में गई जान
गायघाट (मुजफ्फरपुर), संस : थाना क्षेत्र के धोबौली सूबे में सर्पदंश से एक महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान धोबौली गांव निवासी राम सोगारथ राय की 50 वर्षीय पत्नी फूलकुमारी देवी के रूप में की गई है। मृतका के स्वजनों ने बताया कि वह गुरुवार की रात अपने घर में सो रही थी। इसी बीच सांप ने काट लिया। दर्द होने के बाद घर के लोगों को घटना के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि स्वजन इलाज कराने की बजाए उसे तांत्रिक के पास ले गए जहां उसकी झाडफ़ूंक की गई। उसके बाद फूलकुमारी देवी की हालत बिगडऩे लगी। यह देख उसे इलाज हेतु अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस घटना की जानकारी मृतका कि स्वजनों ने प्रशासन को नहीं दी। शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।