बेतिया में चिकित्सक से बदसलूकी मामले में आरोपित गया जेल, ड्यूटी पर लौटे चिकित्सक व कर्मी
04 घंटे की मशक्कत के बाद माने आक्रोशित चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी। चिकित्सक के साथ मारपीट और जानलेवा हमला करने के आरोप में प्राथमिकी। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित को भेजा जेल। सुरक्षा की मांग को लेकर चिकित्सकों ने आपात सेवा बाधित कर दी थी।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सक के साथ मारपीट एवं जानलेवा हमला करने के आरोप में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी अस्पताल अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार तिवारी के प्रतिवेदन के आलोक में दर्ज की गई है। मामले में गिरफ्तार आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। डॉ तिवारी ने बताया कि चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार एवं डॉ तारिक अनवर के संयुक्त अभ्यावेदन के आलोक में कांड दर्ज कराया गया है। प्राथमिकी में मनुआपुल थाना क्षेत्र के छावनी निवासी इमामुद्दीन उर्फ शहनवाज को नामजद किया गया है। चिकित्सकों के साथ मारपीट, जानलेवा हमला एवं धमकी देने का आरोप है। बता दें कि इस घटना के बाद सोमवार की शाम में करीब 4 घंटे तक इमरजेंसी सेवा बाधित रहा। अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप एवं सकारात्मक आश्वासन के बाद चिकित्सक ड्यूटी पर लौटे और मरीजोंं का इलाज शुरू किया। इलाज शुरू होने पर मरीज एवं उनके परिजनों ने राहत की सांस ली। बता दें कि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार की शाम ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक संतोष कुमार से एक युवक द्वारा दुर्व्यवहार के विरोध में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों एवं कर्मियों ने आपात सेवा ठप कर दी। अपनी सुरक्षा की मांग करने लगे ।नतीजतन शाम करीब 4 घंटे आपात सेवा ठप रही। मरीज अस्पताल पहुंच रहे थे,लेकिन चिकित्सकों के नहीं रहने की वजह से उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा था। विभिन्न वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज जैसे तैसे संभव हो रहा था। हालांकि अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद रात करीब 8 बजे आपात सेवा बहाल हो सकी।
क्या है पूरा मामला
बताया जाता है कि नरकटियागंज के समीप एक टेम्पो के दुर्घटनाग्रस्त होने से गौनाहा थाना के मठ मझरिया मुसहरी टोला निवासी सुकट मांझी (60) जख्मी हो गए। घटना रविवार की रात की है। उन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोपहर में सुकट मांझी को लेकर एक युवक इमरजेंसी में तैनात डॉ. संतोष कुमार के पास पहुंचा। उसने आरोप लगाया कि सुकट मांझी का इलाज ढ़ंग से नहीं हो रहा है। चिकित्सक ने उसे समझाने का प्रयास किया तो वह आग बबुला हो गया, उसने चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार करने लगा। मौके पर उपस्थित पुलिस एवं सुरक्षा कर्मियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो सका। घटना के विरोध एवं सुरक्षा की मांग को लेकर चिकित्सकों ने आपात सेवा बाधित कर दी थी।