अगर रुपये ले जाने की सूचना पुलिस को दी होती पहले तो नहीं होती लूट, जानिए पूर्वी चंपारण का पूरा मामला
East Champaran घटना के बाद एसआईटी गठित कर छापेमारी तेज लूट के शिकार कर्मी के कार्यकलापों की भी हो रही जांच पुलिस ने इस घटना को सुरक्षा नियमों में लापरवाही बरतने का जिम्मेवार मानते हुए बदमाशों के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है।
मोतिहारी, जासं। छतौनी थाना क्षेत्र अंतर्गत चीनी मिल के पास हुई लूट की वारदात में एक बार फिर सुरक्षा लापरवाही सामने आई है। अगर रुपये ले जाने की सूचना कर्मचारी ने पुलिस को पहले दी होती संभव था कि यह घटना नहीं होती। एक दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक ने पचास हजार से अधिक की राशि लाने-ले जाने के लिए निशुल्क सुरक्षा उपलब्ध कराने की व्यवस्था को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू की थी। इसी बीच कर्मी ने इसकी अनदेखी कर दी, जिससे बदमाश एक बार फिर जिले में लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने में कामयाब हो गए। इस बीच पुलिस ने इस घटना को सुरक्षा नियमों में लापरवाही बरतने का जिम्मेवार मानते हुए घटना को चुनौती के रूप में लेते हुए बदमाशों के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है।
एसपी डॉ. कुमार आशीष ने लूटकांड का उदभेदन करने के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसपी डा. कुमार आशीष ने बताया कि जल्द से जल्द लूट का उदभेदन कर लिया जाएगा। सदर डीएसपी अरूण कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें छतौनी के पुलिस निरीक्षक नित्यानंद चौहान, नगर के पुलिस निरीक्षक विजय कुमार राय के अलावा तकनीकी सेल के दारोगा मनीष कुमार को शामिल किया गया है। आसपास में लगे सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिह्नित किया जा रहा है व छापेमारी जारी है।
यहां बता दें कि एसपी के निर्देश के मुताबिक 50 हजार से ज्यादा नकदी लेकर चलने वाले को पुलिस को सूचना देनी है, लेकिन इस मामले में सीएमएस के संचालक दीपक कुमार ने पुलिस को कोई पूर्व सूचना नहीं दी। इसलिए उनकी कार्यशैली की भी जांच की जा रही है।
इस संबंध में कर्मी का कहना है कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी उन्हें यह जानकारी है कि 15 लाख तक नकदी लेकर जाने का आदेश है। इसी कारण उन्होंने पुलिस को पूर्व सूचना नहीं दी। जबकि, प्रशासन का कहना है कि अधिक राशि लेकर चलने पर निशुल्क गार्ड की व्यवस्था की जा रही है। यहां तक कि पैंथर मोबाइल की टीम भी व्यवसायियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में लगाए जा रहे हैं। लूट की सूचना के बाद जिले के सीमा को सील कर लगातार छापेमारी की जा रही है।