पति की शिकायत: पत्नी को रोज ले जाता इंस्पेक्टर, सुबह में छोड़ देता घर
दरभंगा के एक पति ने वरीय पुलिस अधिकारियों से एक इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत की है। उसकी मानें तो इंस्पेक्टर उसकी पत्नी को रोज ले जाते हैं और सुबह में वापस घर छोड़ जाते हैं।
दरभंगा [जेएनएन]। बिहार के दरभंगा के ट्रैफिक इंफोर्समेंट एवं सीआइटी प्रभारी इंस्पेक्टर शिवमुनि प्रसाद चर्चा में हैं। किसी बेहतर कार्य के लिए नहीं, बल्कि चरित्र पर लगे गंभीर आरोपों के कारण। मामला एक महिला को रोजाना अपने साथ ले जाने व घर छोड़ने का है। महिला के पति को इसपर आपत्ति है, लेकिन इंस्पेक्टर साहेब हैं कि मानते ही नहीं। मामला अब एसएसपी व डीआइजी तक पहुंच गया है।
डीआइजी विनोद कुमार ने दरभंगा एसएसपी को जांच करने का आदेश दिया है। वैसे सच्चाई क्या है, इसका पता रिपोर्ट आने के बाद ही लग सकेगा।
कई गंभीर आरोप लगाए
मामले को लेकर पीड़ित व्यक्ति ने रजिस्टर्ड पोस्ट के माध्यम से डीआइजी से शिकायत की है। इसमें इंस्पेक्टर शिवमुनि प्रसाद पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आवेदन पर समाज के दर्जन से ऊपर लोगों के हस्ताक्षर भी हैं।
आवेदन में कहा गया है कि इंस्पेक्टर रोजाना देर शाम अपनी सरकारी गाड़ी से सदर थाने क्षेत्र के एक गांव जाकर महिला को साथ ले जाते हैं और सुबह में उसे घर छोड़ जाते हैं।
दी गोली मारने की धमकी
इस मामले को लेकर जब महिला के पति ने विरोध किया तो उसकी पत्नी मारपीट पर उतारू हो गई। कॉलर पकड़ ली। इस बीच इंस्पेक्टर ने उसे गोली मारने की धमकी दी। घटना से पति आहत हुआ। उसने आवेदन में लिखा है कि इंस्पेक्टर के कारण उसके परिवार की सामाजिक छवि खराब हो रही है। पुत्री की शादी करने में परेशानी हो रही है। मामले को लेकर सामाजिक पहल भी कराई गई, लेकिन इंस्पेक्टर मानने को तैयार नहीं है।
बदला लेने को बेबुनियाद आरोप
इधर, इंस्पेक्टर शिवमुनि प्रसाद ने बताया कि आरोपित शराब कारोबार में जेल जा चुका है। वह अपनी पत्नी से भी जबरन शराब कारोबार कराना चाहता था। इसका पत्नी ने विरोध किया और पुलिस को सूचना दी। इसका बदला लेने के लिए उसने यह बेबुनियाद आरोप लगाया है।
मामले की जांच शुरू
इस बारे में दरभंगा की एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा कि लगाए गए आरोपों की जांच कराई जा रही है। सदर डीएसपी को जांच पदाधिकारी बनाया गया है। रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।