मोतीपुर में पर्यवेक्षिका समेत सीडीपीओ को बनाया बंधक
मोतीपुर प्रखंड की बरजी पंचायत स्थित नव सृजित आगनबाड़ी केंद्र संख्या 481 पर गुरुवार को आगनबाड़ी सेविका चयन के लिए बुलाई गई आमसभा में लोगों ने जमकर हंगामा किया।
मुजफ्फरपुर : मोतीपुर प्रखंड की बरजी पंचायत स्थित नव सृजित आगनबाड़ी केंद्र संख्या 481 पर गुरुवार को आगनबाड़ी सेविका चयन के लिए बुलाई गई आमसभा में लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने सीडीपीओ रूपम रानी पर पैसे लेकर गलत उम्मीदवार का चयन करने की साजिश करने का आरोप लगाया। इस दौरान उनसे हाथापाई की। जान बचाकर जब सीडीपीओ अपनी गाड़ी में छिपीं तो महिलाओं ने पर्यवेक्षिका रिंकू सिंह सहित उन्हें गाड़ी में ही बंधक बना लिया। लोग चयन प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग कर रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को निकालकर सुरक्षित कार्यालय पहुंचाया। एसडीओ पश्चिमी के निर्देश पर सेविका चयन को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान दोनों चार घंटे तक बंधक बनीं रहीं। इधर, सीडीपीओ ने हाथापाई की घटना से इन्कार किया। सीडीपीओ ने आमसभा निरस्त करने के बात की पुष्टि की। बताया कि अब चयन हेतु आमसभा की तिथि बाद में निर्धारित की जाएगी। मांगों के समर्थन में सेविकाओं का धरना-प्रदर्शन
17 सूत्री मागों को लेकर गुरुवार को आगनबाड़ी सेविकाओं ने बालविकास परियोजना कार्यालय पारू के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते हुए प्रखंड अध्यक्ष रूपम मिश्रा ने कहा कि सरकार सेविकाओं के साथ अन्याय कर रही है। पारू की सेविका-सहायिकाओं को वर्ष 2017-18 के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। कोरोना महामारी मे भी सेविकाओं से काम लिया जा रहा है, लेकिन सरकारी स्तर पर एक मास्क तक नहीं दिया गया। कहा कि जबतक हम आदोलन को धारदार नहीं बनाएंगे तबतक बहरी और गूंगी सरकार सुनने को लाचार नहीं होगी। अध्यक्षता पुष्पा सिन्हा ने की। मौके पर मीनू देवी, प्रमिला देवी मनोरमा देवी, रीता देवी, सुनीता देवी आदि मौजूद रहीं।