उच्चस्तरीय टीम ने देखा तबाही का मंजर
केंद्र व राज्य की उच्चस्तरीय टीम गुरुवार को मुशहरी पहुंची और इलाके में बाढ़ की तबाही का मंजर अपनी आंखों से देखा।
मुजफ्फरपुर। केंद्र व राज्य की उच्चस्तरीय टीम गुरुवार को मुशहरी पहुंची और इलाके में बाढ़ की तबाही का मंजर अपनी आंखों से देखा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो का भी जायजा लिया। रजवाड़ा में बूढ़ी गंडक के तटबंध टूटने, बाढ़ से हुई व्यापक क्षति का आकलन व व्यवस्था को देखने के बाद टीम ने प्रतिवेदन सरकार को सौंपने की बात कही है। केंद्रीय टीम में अधिकारी कमल किशोर व राज्य सरकार की तरफ से आई टीम में शामिल जीवन कुमार शामिल थे। उनके साथ डीएम धर्मेद्र सिंह, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार समेत बड़ी संख्या में अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे। उच्चस्तरीय टीम ने कहा कि हमलोग जांच करने नहीं बल्कि, यह सीखने भी आए हैं कि बाढ़ के समय कौन-कौन सा मैनेजमेंट करना चाहिए। ताकि, वैसी परिस्थिति में राहत एवं बचाव के लिए जरूरी कदम उठाए जा सके।
टेंट सिटी भी पहुंची टीम, देखा इंतजाम
टीम पहले गंगापुर स्थित टेंट सिटी गई। जहां डीएम धर्मेंद्र सिंह स्वयं टीम के साथ मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने वहां मौजूद लोगों से अलग-अलग जानकारी ली। टेंट सिटी में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में उनसे पूछा। सबने कहा कि टेंट सिटी उनके घर जैसा है। इसी परिसर में स्वास्थ्य सेवा, भोजन, शिक्षण कार्य से लेकर रहने प्रकाश की अच्छी व समुचित व्यवस्था है।
रजवाड़ा बांध की मजबूती काभी लिया जायजा
टीम के सदस्यों ने स्थानीय मुखिया लाल बाबू पासवान से भी जानकारी ली। उसके बाद टीम रजवाड़ा गांव गई जहां तटबंध टूटा था। बांध की स्थिति देखी और उसकी मजबूती के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी ली।
'सर देखू हमरा सब के की तबाही भेल ह'
टीम के लोग जाने लगे तब कुछ लोगों ने कहा- 'सर देखू हमरा सब के की तबाही भेल ह। हम स त बर्बाद हो गेली।' टीम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार सब व्यवस्था कर रही है। सरकार की नजर में आप सबकी तबाही की जानकारी है। टीम जहां-जहां से गुजरी प्रशासनिक अमला साथ रहा। टीम ने बाढ़ से हुई तबाही देखी। जहां सैकड़ों लोगों का सब कुछ उजड़ गया है। खेती बर्बाद हो गई है। रोजी-रोजगार छीन गया है। टेंट सिटी के अलावा बांध पर लोग खुद भी जतन कर गुजारा कर रहे हैं। पानी के चलते शौच इनके लिए बड़ी परेशानी का सबब है।
बैकटपुर पंचायत के लोग टीम का करते रहे इंतजार
अचानक आई बाढ़ से बैकटपुर पंचायत के लोग अपनी बर्बादी और तबाही का दुखड़ा सुनाने के लिए टीम का इंतजार करते रहे। लेकिन, टीम वहां नहीं पहुंच सकी। इस गांव में पक्के घर और फुस की झोपड़ियां सब दह गए हैं। पानी का वेग इतना तेज था कि 17 घर और 30-40 झोपड़ियां नेस्तनाबूद हो गई। यहां के पीड़ित परिवार अब भी स्वयं के बनाए टेंट या खुले आकाश के नीचे गुजर-बसर करने को विवश हैं। स्थानीय मुखिया राजहंस राय ने बताया कि लोग टीम का इंतजार कर रहे थे। मालूम हुआ की वे लोग बाहर में ही जांच कर चले गए।