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शिवहर जिले में भी हेपेटाइटिस बी और सी का होगा इलाज और जांच

Sheohar news बिहार राज्य एड़स नियंत्रण समिति की एसटीडी मधुबाला बनाई गई हेपेटाईटिस बी व सी की जिला समन्वयक जिला अस्पताल से संबंधित चिकित्सकों से हेपेटाइटिस बी एवं सी के इलाज एवं जांच के लिए समन्वय स्थापित करेंगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 05:47 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 05:47 PM (IST)
शिवहर जिले में भी हेपेटाइटिस बी और सी का होगा इलाज और जांच
हेपेटाइटिस बी और सी का श‍िवहर में होगा इलाज। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

शिवहर, जासं। अब शिवहर जिले में भी हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के इलाज और जांच की व्यवस्था होगी। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जिला एड्स कंट्रोल सोसाइटी की एसटीडी मधुबाला को इसका जिला समन्वयक बनाया गया है। जिला समन्वयक जिला अस्पताल से संबंधित चिकित्सकों से हेपेटाईटिस बी एवं सी के इलाज एवं जांच के लिए समन्वय स्थापित करेंगी। साथ ही रक्त केंद्र से हेपेटाईटिस बी व सी से संबंधित प्रतिवेदन एनभीएचसीपी कार्यक्रम के तहत बीसी स्क्रीन पाजिटिव की पोस्ट स्टेस्ट काउसंलिंग, सैंपल कलेक्शन कर इसे आरएमआरआइ पटना को कोल्ड चेन के साथ भेजेगी।

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सोनबरसा में बीसीएम कोरोना पॉजिटिव

सोनबरसा। सोनबरसा अस्पताल का एक कर्मी(बीसीएम) शनिवार को एंटीजन जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधन ने कर्मी को कोरोना दवा की किट देकर उसे सात दिन के लिए होम आइसोलेशन में भेज दिया है। इससे पूर्व केअर इंडिया के एक कर्मी पॉजिटिव पाए गए थे। उस कर्मी के संपर्क में आए सभी कर्मियों को कोरोना जांच कराने के सलाह दी गई है। अस्पताल के डॉक्टरों ने सभी को मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने और सेनेटाइजर का उपयोग करने की अपील की है।

नानपुर में 60 स्वास्थ्यकर्मियों को लगी बूस्टर डोज

नानपुर। प्रखंड क्षेत्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. एके चौधरी के नेतृत्व में टीकाकरण शिविर में 60 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 की बूस्टर डोज लगी। उ'च विद्यालय में 240 किशोर व किशोरियों को वैक्सीन लगाई गई। 50 लोगों का कोविड टेस्ट भी हुआ। जिसमें सभी निगेटिव पाए गए। टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. एके चौधरी, चिकित्सा पदाधिकारी डा. इरशाद आलम्, बीसीएम सर्वानंद पांडेय ने किया।

कोरोना के डर से अस्पतालों में तीन गुना बढ़ गए सर्दी, खांसी के मरीज

सीतामढ़ी। सर्दियों के मौसम में सर्दी-खांसी और बुखार आम बात है लेकिन, कोरोना को लेकर लोगों में काफी जागरूकता आई है। पहले जब इन चीजों को अधिकतर लोग हल्के में लिया करते थे वहीं अब के समय कोई रिस्क लेना नहीं चाहता। लिहाजा, इसके मरीजों से तमाम अस्पताल पट गए हैं। सदर अस्पताल में इसके तीन गुना मरीज बढ़ गए हैं। चिकित्सकों ने बताया कि ओपीडी में सर्दी, जुकाम और बुखार पीडि़त मरीजों की संख्या बेतहाश बढ़ गई है। यहां तक कि पर्ची काउंटर पर भी सुबह भारी भीड़ इक_ा हो रही है। इस बीच हालांकि लोग कोविड प्रोटोकाल का पालन कम ही कर रहे हैं। यही स्थिति निजी अस्पतालों में भी हो रही है। वायरल बुखार, टाइफाइड, पीलिया की समस्या वाले मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। तमाम मरीजों की कोविड-19 जांच कराकर ही उपचार शुरू किया जा रहा है। उनमें से बहुत सारे कोविड पॉजिटिव भी निकल रहे हैं। लेकिन, यह भी उतना ही सच है कि सर्दी-खांसी व बुखार के सभी मरीज कोविड की चपेट में नहीं आते। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मौसम के बदलाव से सर्दी-खांसी-बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है।


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