Move to Jagran APP

सौ-सौ के नोट लेकर चले परदेस

क्या बताएं, मुंबई में प्राइवेट काम कर परिवार का भरण पोषण करते हैं।

By Edited By: Published: Tue, 29 Nov 2016 02:01 AM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2016 02:01 AM (IST)
सौ-सौ के नोट लेकर चले परदेस

मुजफ्फरपुर । क्या बताएं, मुंबई में प्राइवेट काम कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। नोटबंदी के कारण लौट आए। लेकिन अब सौ-सौ नोट मिलने पर राहत है। इससे परदेस में कमाई को चल दिए हैं। उक्त बातें सोमवार को शिवहर के मनोज कुमार, उषा रानी, जय किशोर व अन्य यात्रियों ने कही। बताया कि नोटबंदी की घोषणा होने पर एक-दो दिन काफी दिक्कत हुई। घर पर पैसे रहते दिक्कत होने की सूचना पर वहां से लौट आए। पांच सौ व हजार के नोट को बैंक में जमा किया। सौ-सौ के नोट मिलने के बाद दिक्कत दूर हो गई। इससे घर पर बैठकर समय बिताने से अच्छा मुंबई में जाकर किसी फैक्ट्री में काम करेंगे। यात्री अनोज कुमार व अजय कुमार ने कहा कि गांव पर खेतीबारी है। उससे जितनी इनकम होती है, उससे काम नहीं चलता है। परदेस में फैक्ट्री में काम मिल जाता है। कमाई करने पर ही परिवार व बच्चों का भरण-पोषण कर सकते हैं। नोटबंदी होने से मुंबई में कोई खुदरा नहीं दे रहा था। इससे स्टेशन पर पहुंचने पर हजार के नोट से टिकट मिलने पर लौट आए। मुंबई में दोस्त है। उसने फोन बताया कि यहां अब दिक्कत नहीं है। आ जाओ। इससे मुंबई कमाई करने जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.