पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में आरोपितों की नहीं हो सकी पेशी, सुनवाई 22 अप्रैल तक टली
विशेष कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुआ 18 वां गवाह। एडीजे-9 के विशेष कोर्ट में मामले का चल रहा सत्र-विचारण। सीबीआइ ने अब तक पेश किया है 17 गवाह।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन के कारण पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की सुनवाई बुधवार को टाल दी गई। अब 22 अप्रैल को इसकी सुनवाई होगी।
लॉकडाउन के कारण आरोपितों की नहीं हो सकी पेशी, गवाह रहा अनुपस्थित
लॉकडाउन के कारण तिहाड़ जेल में बंद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, भागलपुर जेल में बंद अजहरूद्दीन बेग उर्फ लड्डन मियां की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी नहीं हो सकी। मुजफ्फरपुर जेल में बंद पांच आरोपितों को भी पेशी के लिए कोर्ट नहीं लाया गया। इसके कारण इस मामले की सुनवाई टाल दी गई।
18 वें गवाह की होनी थी गवाही
इस मामले का एडीजे-9 वीरेंद्र कुमार के विशेष कोर्ट में सत्र-विचारण चल रहा है। सीबीआइ की ओर से विशेष कोर्ट में गवाह पेश किए जा रहे हैं। अब तक 17 गवाहों को पेश किया जा चुका है। 18 वें गवाह को विशेष कोर्ट के समक्ष पेश किया जाना है। लॉकडाउन के कारण गवाह कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ।
यह है मामला
13 मई 2016 की शाम सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मार हत्या कर दी गई थी। पुलिस के बाद इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सहित सात आरोपितों के विरुद्ध सीबीआइ ने कोर्ट में पिछले साल 21 अगस्त को चार्जशीट दाखिल किया था। विशेष सीबीआइ कोर्ट इसे संज्ञान में लेकर सेशन ट्रायल चलाने के लिए जिला जज कोर्ट भेजा था। फिलहाल, इस मामले का सत्र-विचारण (एमपी/एमएलए के मामले) के लिए गठित एडीजे-नौ वीरेंद्र कुमार के विशेष कोर्ट में चल रहा है।