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मुजफ्फरपुर में कोरोना वैक्सीन की प्रतिकूल प्रतिक्रिया की जांच कराएगा स्वास्थ्य विभाग

जिलास्तरीय जांच टीम ने मृतकों के घर जाकर विस्तृत जांच की। सरकार द्वारा जारी 17 बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट बनाई गई। इनमें तीन लोगों की मौत वैक्सीनेशन के बाद होने की बात सामने आई है। दो अन्य लोगों की मौत वैक्सीनेशन के बाद उत्पन्न प्रतिकूल प्रतिक्रिया से नहीं हुई है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 11:01 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 11:01 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में कोरोना वैक्सीन की प्रतिकूल प्रतिक्रिया की जांच कराएगा स्वास्थ्य विभाग
सीएस ने कहा 0.1 प्रतिशत मामले में ऐसा होने की रहती आशंका। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना के टीकाकरण के बाद पांच लोगों की मौत मामले की जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यालय को भेज दी है। यह जांच जिला स्तर पर गठित चिकित्सक दल ने की है। जांच में पाया गया कि इनमें तीन लोगों की मौत टीकाकरण के बाद तेज बुखार, सिर दर्द या अन्य शिकायत की वजह से हुई। हालांकिइस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि कोविड रोधी टीके से किसी की मौत का मामला अभी तक नहीं आया है। यदि जानकारी में ऐसी कोई बात आती है तो सरकार निश्चित रूप से जांच कराएगी और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

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इधर सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के बाद पांच लोगों की मौत होने की शिकायत जिला प्रतिरक्षण कार्यालय को मिली थी। इसके बाद जिलास्तरीय जांच टीम ने मृतकों के घर जाकर विस्तृत जांच की। सरकार द्वारा जारी 17 बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट बनाई गई। इनमें तीन लोगों की मौत वैक्सीनेशन के बाद होने की बात सामने आई है। दो अन्य लोगों की मौत वैक्सीनेशन के बाद उत्पन्न प्रतिकूल प्रतिक्रिया से नहीं हुई है। सिविल सर्जन ने बताया कि कोई भी टीकाकरण होता है तो उसमें दशमलव एक प्रतिशत लोगों के शरीर में विपरीत प्रतिक्रिया होती है। इससे कभी-कभी उनकी मौत भी हो जाती है। सिविल सर्जन ने बताया कि यह सामान्य प्रक्रिया है। मेडिकल साइंस में यह पाया गया है कि वैक्सीन लेने के बाद मानव का शरीर एडवर्स रिएक्शन करता है। इससे कभी-कभी पीडि़त की मौत भी हो जाती है।

इनकी भेजी गई रिपोर्ट

-बंदरा पीएचसी के शिव कुमार महतो को दो अप्रैल को टीका लगाया गया था। तीन दिन बाद पांच अप्रैल को उनकी मौत हो गई थी। जांच टीम ने कोई लक्षण नहीं पाया। इनमें टीकाकरण से मौत की पुष्टि नहीं हुई।

-मुरौल पीएचसी की सुमन कुमारी को तीन जुलाई को टीका दिया गया था। चार जुलाई को उनकी मौत हो गई। जांच में टीकाकरण से मौत की पुष्टि नहीं हुई।

-मुशहरी पीएचसी के मिठनपुरा की रहने वाली मछिया देवी को 21 दिसंबर को कोरोना रोधी टीका दिया गया था। दोपहर दो बजे टीका लगाया गया और शाम पांच बजे उनकी मौत हो गई। जांच में पाया गया कि वह पहले से बीमार रहती थीं।

-औराई पीएचसी के राजखंड टोला कोरियाही की रहने वाली कुंती देवी 24 नवंबर को टीका ली थीं। अगले दिन 25 नवंबर को उनकी मौत हो गई। जांच में टीकाकरण के बाद तेज बुखार हुआ और उनकी मौत होने की बात सामने आई।

-बंदरा पीएचसी के नुनफरा गांव की शांति देवी को 23 नवंबर की दोपहर टीका दिया गया था। उसी दिन रात नौ बजे उनकी मौत हो गई। जांच में सिर दर्द से मौत की बात बताई गई।  


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