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फूड प्वॉयजनिंग के पीड़ितों के इलाज को बुढ़ानपुर पहुंची टीम

मुजफ्फरपुर पारू प्रखंड क्षेत्र की विशुनपुर सरैया पंचायत के बुढ़ानपुर गाव के छह और मरीजों को पारू पीएचसी में भर्ती कराया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 01:08 AM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 01:08 AM (IST)
फूड प्वॉयजनिंग के पीड़ितों के इलाज को बुढ़ानपुर पहुंची टीम
फूड प्वॉयजनिंग के पीड़ितों के इलाज को बुढ़ानपुर पहुंची टीम

मुजफ्फरपुर : पारू प्रखंड क्षेत्र की विशुनपुर सरैया पंचायत के बुढ़ानपुर गाव के छह और मरीजों को पारू पीएचसी में भर्ती कराया गया। जबकि गुरुवार की रात भर्ती 47 मरीजों में विषाक्त प्रसाद का असर पाया गया। इन सबका इलाज चल रहा है। उधर, आरबीएसके की जाच टीम गाव पहुंची। कैम्प लगा 28 लोगों की स्वास्थ्य जाच की और गाव में घूमकर दवा का वितरण किया।

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प्रसाद खाने के छह घटे बाद ही पेट दर्द, उल्टी और दस्त हो गया था शुरू: विश्वकर्मा पूजा का प्रसाद खाने के महज छह घटे बाद से ही आधा दर्जन पुरुष, महिलाएं व बच्चों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त शुरू हो गई थी। मामले को ग्रामीण जबतक समझ पाते, पूरी बस्ती इसकी चपेट में आ चुकी थी। प्राथमिक उपचार ग्रामीण चिकित्सक से लोग कराने लगे। गुरुवार की शाम तक विषाक्त प्रसाद खाने का असर तब दिखने लगा जब सौ से अधिक परिवारों में रोने की आवाज से अफरा-तफरी मच गई।

मुखिया ने अधिकारियों को दी सूचना : यह हालत देख मुखिया जगजीवन राम, रामानंद राय आदि ने बीडीओ, डॉक्टर व थानेदार को फोन कर घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलने के साथ ही पारू पीएचसी में अफरातफरी मच गई। एंबुलेंस के सायरन की आवाज से बुढ़ानपुर समेत आसपास के गाव गूंज उठे। पारू के दो और साहेबगंज का एक एंबुलेंस पीड़ितों को पीएचसी पहुंचाने में जुट गया।

पूर्व मंत्री सह विधायक ने सीएस को कार्रवाई का दिया निर्देश: घटना की सूचना मिलते ही पूर्व कृषि मंत्री सह विधायक रामविचार राय पीएचसी पहुंचे। पीडि़तों की हालत देख तुरंत सीएस को फोन कर आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था करने का निर्देश दिया। शुक्रवार को पूर्व विधायक राजू कुमार सिंह पीएचसी पहुंचे व पीड़ितों का हाल जाना।

सीएस भी पहुंचे पीएचसी : सूचना मिलते ही गुरुवार की देर रात पारू पीएचसी पहुंच सीएस ने मरीजों का जायजा लेते हुए अस्पताल में उपलब्ध दवा, स्लाइन व सिरींज की उपलब्धता को देखा और चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिए।

एसडीपीओ ने विषाक्त प्रसाद के बारे में की पूछताछ : एसडीपीओ सरैया बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की सूचना पर पीएचसी पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली। गाव में कितने जगह विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया गया व किसने अधिक प्रसाद का वितरण किया आदि से संबंधित जानकारी परिजनों से ली।

आरबीएसके टीम में थे शामिल :

डॉ. मुरारी मिश्रा आयुष चिकित्सक,

अभिषेक कुमार फार्मासिस्ट, अमन कुमार बीएचएम, नीलम देवी फैसिलिटी, सुनीता कुमारी एएनएम, नीरज कुमार, रामप्रवेश भगत एवं कन्हैया कुमार।

बीमार लोगों की हालत सामान्य : चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मणिशकर चौधरी एवं डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि विषाक्त प्रसाद खाने से बीमार लोगों की सेहत में सुधार हो गया है। 47 मरीजों में विषाक्त प्रसाद खाने का असर पाया गया जिसमें 25 मरीजों को स्लाइन चढ़ाई गई जबकि अन्य सभी को सूई दी गई। इधर, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार भी बुढ़ानपुर गाव पहुंचे व बीमारों की जाच की। बताया कि बीमारों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। इंसेट : 10 वर्ष पूर्व भोज खाने से 55 लोग हुए थे बीमार

पारू (मुजफ्फरपुर) : 10 साल पूर्व प्रखंड के कोदरिया मागो गाव में भोज खाने से 55 लोग बीमार हो गए थे, जिनका इलाज पारू पीएचसी में कराया गया था। गाव निवासी जयनारायण भक्त के एकलौते पुत्र प्रो. अरुण कुमार का निधन होने के बाद श्राद्धकर्म का भोज आयोजित किया गया। भोज के दूसरे दिन भात का भोज था जिसमे दो सौ से अधिक लोगों ने भोज खाया और खाने के साथ पेट दर्द, उल्टी और दस्त शुरू हो गई थी। बाद में सभी को पारू पीएचसी में भर्ती कराया गया था।


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