मुजफ्फरपुर में करोड़ों के साइबर फ्राड में हवाला कारोबारियों पर नहीं कसी गई नकेल
सितंबर महीने में नगर थाने की पुलिस ने अपने यहां के दर्ज साइबर फ्राड मामले में कोलकाता के तीन बैंकों को पत्राचार कर घोस्ट खाता से संबंधित जानकारी मांगी थी। मगर अब तक जानकारी नहीं उपलब्ध कराई जा सकी।
मुजफ्फरपुर, जासं। बैंककर्मी की मिलीभगत से विभिन्न थानों में दर्ज करोड़ों के साइबर फ्राड मामले में घोस्ट बैंक खातों का अबतक पता नहीं चल सका है। इस कारण हवाला से जुड़े कारोबारियों पर नकेल नहीं कसा जा रहा। सितंबर महीने में नगर थाने की पुलिस ने अपने यहां के दर्ज साइबर फ्राड मामले में कोलकाता के तीन बैंकों को पत्राचार कर घोस्ट खाता से संबंधित जानकारी मांगी थी। मगर, अब तक जानकारी नहीं उपलब्ध कराई जा सकी। इसे लेकर पुलिस की तरफ से फिर से स्मार पत्र भेजने की कवायद की जा रही है। बता दें कि शहर के सदर, नगर व काजीमोहम्मदपुर थाने में करोड़ों के साइबर फ्राड से जुड़ा मामला दर्ज है। इसमें प्रोफेसर, डाक्टर व रिटायर्ड बीएसएनएल के कर्मचारी समेत अन्य के बैंक खाते से रुपये उड़ाने का मामला है।
पुलिस का कहना है कि मामले में पीएनबी के कर्मी नितेश कुमार सिंह समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इन सभी पर चार्जशीट भी दायर किया जा चुका है। मगर, स्पीडी ट्रायल की कवायद नहीं शुरू की सकी है। दूसरी ओर पीडि़तों को भी अबतक राशि नहीं मिल सकी है। इस कारण साइबर फ्राड के शिकार बने लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। इन लोगों की तरफ से कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।