मुजफ्फरपुर में गुलदस्तों को बाय बोल पौधों से 'हाय' कहने का बढ़ रहा चलन
जिले में अब फूल या फल के पौधे देकर माननीय व गण्यमान्य लोगों का होगा स्वागत। डीएम ने जारी किया आदेश जल-जीवन-हरियाली योजना के क्रियान्वयन में भी होगी मदद। पिछली समीक्षा बैठक में सार्वजनिक तालाब आहर पईन निजी पोखर पौधशाला आदि को लेकर निर्देश जारी किया था।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में अब पदाधिकारियों व माननीयों के स्वागत के तौर तरीकों में थोड़ा बदलाव किया जा रहा है। पूर्व की तरह अब गुलदस्ता की जगह कोई पौधा देकर उनका स्वागत किया जाएगा। इस संबंध में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आदेश जारी किया है। स्वागत के इस नए तरीके से जल-जीवन-हरियाली योजना के क्रियान्वयन में भी मदद मिलेगी।जिलाधिकारी ने जारी आदेश में कहा है कि नए पदाधिकारी या माननीय के स्वागत में आमतौर पर गुलदस्ते दिए जाते हैं। ये गुलदस्ते इधर-उधर रख दिए जाते हैं। इसका कोई इस्तेमाल नहीं होता है। इसे देखते हुए गुलदस्ते की जगह स्वागत के दौरान कोई फूल या फल का पौधा भेंट किया जाए। यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर होगा।
जल-जीवन-हरियाली योजना की मुहिम तेज
जिले में जल-जीवन-हरियाली योजना को गति देेने को लेकर जिलाधिकारी ने कई निर्देश दिए हैं। पिछली समीक्षा बैठक में सार्वजनिक तालाब, आहर, पईन, निजी पोखर, पौधशाला आदि को लेकर निर्देश जारी किया था। तालाब को लेकर कहा गया कि प्रत्येक प्रखंड में एक-एक स्थल चिह्नित करें जो खतियान में सार्वजनिक तालाब दर्ज है। मगर वर्तमान में वास्तविक रूप में समतल भूमि है। आहर को लेकर कहा गया कि पोर्टल पर पांच एकड़ तक प्रदर्शित आहरों की संख्या 50 है। इसमें से 44 पर कार्य प्रारंभ हुआ है। मगर सात योजनाओं की ही इंट्री जल-जीवन-हरियाली पोर्टल पर हुई है। सभी की इंट्री शीघ्र कराने को कहा गया। इसके अलावा 112 में से 97 पईन पर काम प्रारंभ हुआ है। वहीं नौ योजनाओं की ही इंट्री कराई गई है। यहां भी योजना की वास्तविकता के संबंध में उपलब्ध कराए गए प्रारूप में प्रमाणपत्र देने को कहा गया।
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