Move to Jagran APP

BRABU: स्नातक में साइंस से छह गुणा अधिक आवेदन आ‌र्ट्स में, इतिहास में रूचि अधिक

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक में नामांकन के लिए तेजी से आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। पांच दिनों में विवि के यूएमआइएस पोर्टल पर 46656 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया है।

By Edited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 02:06 AM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 02:07 AM (IST)
BRABU: स्नातक में साइंस से छह गुणा अधिक आवेदन आ‌र्ट्स में, इतिहास में रूचि अधिक
BRABU: स्नातक में साइंस से छह गुणा अधिक आवेदन आ‌र्ट्स में, इतिहास में रूचि अधिक

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक में नामांकन के लिए तेजी से आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। पांच दिनों में विवि के यूएमआइएस पोर्टल पर 46656 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया है। इसमें से आधे विद्यार्थियों ने फीस के साथ फाइनल फॉर्म भी जमा कर दिया है। अबतक पोर्टल पर जितने विद्यार्थियों ने नामांकन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। उनमें लगभग 75 फीसद छात्र-छात्राओं ने आ‌र्ट्स को चुना है। कुल रजिस्ट्रेशन में आ‌र्ट्स के आंकड़े साइंस और कॉमर्स कोर्स से सात से आठ गुणा अधिक है।

loksabha election banner

आ‌र्ट्स में सर्वाधिक आवेदन इतिहास में आए हैं। इसमें 10084 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। जबकि, कई विषयों में आवेदन का आंकड़ा दहाई में भी नहीं पहुंचा है। वहीं ¨हदी और भूगोल में तीन हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। वहीं साइंस में प्राणीविज्ञान में सर्वाधिक 1205 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जबकि, रजिस्ट्रेशन में भी साइंस और कॉमर्स को मिलाने के बाद भी आ‌र्ट्स में करीब पांच गुणा छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया है।

 डीएसडब्ल्यू डॉ.अभय कुमार सिंह ने बताया कि स्नातक में नामांकन के लिए 15 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन लिया जाना है। छात्र-छात्राएं समय रहते नामांकन के लिए आवेदन कर दें। प्राप्त हुए आवेदनों में 15 अगस्त के बाद अंक के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाएगा। मेरिट लिस्ट अगस्त के अंत तक तैयार होगा। आवेदन में मांगा जा रहा नैड नंबर स्नातक में नामांकन के लिए हो रहे आवेदन में नैड रजिस्ट्रेशन नंबर भी मांगा जा रहा है। हालांकि, इस कॉलम को अनिवार्य नहीं किया गया है। इसमें बिना रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज किए ही आवेदन भरा जा सकता है।

 आवेदन के लिए मैट्रिक और इंटर का अंकपत्र की स्कैन की गई सॉफ्ट कॉपी, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी के साथ ही पता के सत्यापन के लिए आधार कार्ड की सॉफ्ट कॉपी देनी है। ईमेल और मोबाइल नंबर भी देना अनिवार्य है। बता दें कि इसबार से नैड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। क्योंकि, विद्यार्थियों का ई.प्रमाणपत्र इसी पोर्टल पर जारी किया जाएगा।

ग्रामीण इलाके में स्लो इंटरनेट बन रही बाधा

ग्रामीण इलाके में नेटवर्क नहीं होने और इंटरनेट की धीमी गति के कारण छात्र-छात्राओं को परेशानी हो रही है। लॉकडाउन के कारण साइबर कैफे खुले नहीं हैं। ऐसे में दूसरे राज्यों में रह रहे संबंधियों को फोन कर छात्र-छात्राएं फॉर्म भरवाने के लिए संपर्क कर रहे हैं। वोकेशनल कोर्स पर कोरोना की मार, रूझान कम बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में संचालित वोकेशनल कोर्स में नामांकन के लिए आवेदन की गति काफी मंद है। इसका कारण यह है कि एलएस कॉलेज को छोड़कर अन्य कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स में आवेदन फॉर्म ऑफलाइन मिल रहा है। 

 जबकि, कोविड-19 का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में विद्यार्थी कॉलेज पहुंचकर फॉर्म लेने में डर रहे हैं। विवि के करीब 40 से अधिक कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स का संचालन होता है। बीबीए, बीसीए, सीएनडी, बायोटेक, इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री, इंडस्ट्रियल माइक्रो बायोलॉजी, फिश एण्ड फिशरीज, बीएमसी, फैशन डिजाय¨नग, मधुबनी पें¨टग समेत अन्य कोर्स में नामांकन के लिए फॉर्म मिल रहा है। लेकिन, बीबीए, बीसीए और सीएनडी में ही अबतक विद्यार्थियों की रूचि दिखी है। यदि वोकेशनल कोर्स में विद्यार्थियों का नामांकन नहीं होगा तो यूजीसी के गाइडलाइन के अनुसार कोर्स पर भी ग्रहण लग सकता है। कुछ विद्यार्थियों का कहना था कि वोकेशनल के लिए भी सभी कॉलेजों को ऑनलाइन आवेदन करने की व्यवस्था शुरू करनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.