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मधुबनी जिले में पंचायत भवन निर्माण के लिए नहीं मिल रही सरकारी जमीन

Madhubani News अतिक्रमण की जद में ठाढ़ी दक्षिण पंचायत परिसर पंचायत भवन परिसर सामुदायिक भवन व सार्वजनिक शौचालय तक सिमटामुख्य बाजार व सड़क की जमीन वर्षाें से अतिक्रमण की चपेट में नहीं हो रही कार्रवाई ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 05:55 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 05:55 PM (IST)
मधुबनी जिले में पंचायत भवन निर्माण के लिए नहीं मिल रही सरकारी जमीन
अंधराठाढ़ी दक्षिण पंचायत भवन में मिट्टी गिराते मुखिया। फोटो-जागरण

अंधराठाढ़ी, जासं। प्रखंड मुख्यालय बाजार में अतिक्रमण की समस्या दिन व दिन बढती जा रही है। ऐसी कोई सरकारी जगह और जमीन नहीं जो इन अतिक्रमणकरियों के चंगुल से बची हो। अंधराठाढी प्रखंड का मुख्य बाजार और मुख्य सडक भी कई वर्षो से अतिक्रमण की चपेट में है। करोड़ों मूल्य वाली सरकारी जमीन पर भी अवैध अतिक्रमणकारियों की बुरी नजर पड़ चुकी है। मगर, उनको कोई भी रोकने वाला और टोकने वाला नहीं है। प्रखंड और अंचल प्रशासन इन अतिक्रमणकारियों को रोकने में लगातार विफल हो रहा है।

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पंचायत भवन परिसर की नौ कट्ठा जमीन अतिक्रमित 

ताजा मामला ठाढ़ी दक्षिण पंचायत भवन परिसर का है। नए मुखिया राजनारायण उर्फ छोटू राय के मुताबिक यहां नौ कट्ठा जमीन सरकारी रेकार्ड में दर्ज है। मगर ये सिकुड कर एक सामुदायिक भवन और सार्वजनिक शौचालय तक सीमित रह गया है। शेष जमीन अतिक्रमित है। ऐसा लग रहा है जैसे अंधराठाढी दक्षिण पंचायत भवन परिसर एवं जमीन कहीं लुप्त हो चुकी है। ऐसे में पंचायत भवन बनाने के लिए भी को जगह नहीं मिल पा रही है। सरकारी जमीन पर पंचायत भवन बनाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया, लेकिन अतिक्रमण होने से वह अधर में ही लटक गया है। अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई के लिए ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित कर अंचल कार्यालय भी भेजा गया, बावजूद अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

पूरा बाजार अतिक्रमण की चपेट में 

पंचायत भवन जमीन के साथ ही स्व. रामावतार चौधरी स्मारक से सटे जिला परिषद शेड और सभी महत्वपूर्ण सुविधा स्थल पूरी तरह से अतिक्रमण के चपेट में है। ग्रामीण कहते हैं कि इनकी हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि प्रखंड मुख्यालय तक कि जमीन पर कब्जा जमाने की होड़ शुरू हो चुकी है। इन अवैध कब्जों के चलते आए दिन सडक पर लम्बा जाम देखने को मिलता है। खादी भंडार, रेफरल अस्पताल, कोसी कॉलोनी, यात्री शेड, हटिया शेड, रिक्सा पडाव समेत सभी मुख्य ऐसी कोई जगह नहीं जो अतिक्रमणकारियो के चंगुल में नहीं है।

अतिक्रमण के कारण लगता लंबा जाम 

बाजार के अतिक्रमित होने के कारण रोजमर्रा की फूटपाथी दूकानें सडक पर लगती है। वाहनों के आवागमन में भारी दिक्कत होती है और पैदल यात्रियों को हमेशा जाम का सामना करना पडता है। अतिक्रमण को लेकर बार-बार ग्रामीणों की ओर से पंचायत प्रशासन सहित उच्चाधिकारियों को अवगत भी करवाया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अतिक्रमण के खिलाफ चलेगा अभियान 

इस बाबत अंचलाधिकारी प्रवीण वत्स ने बताया की बाजार में अतिक्रमण और जाम की समस्या है। जल्द ही सभी सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और सभी जरूरी सरकारी स्थलों की घेराबंदी की जाएगी। थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने कहा कि अगर प्रखंड और अंचल प्रशासन साथ दे तो सभी को सरकारी जमीन खाली करना ही होगा।


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