Move to Jagran APP

बाढ़ के कहर के बीच मुजफ्फरपुर के लिए अच्छी खबर, रोजगार देने के लिए सरकार ने की यह पहल

Muzaffarpur News जिले के सात क्लस्टरों के लिए मिली राशि लहठी क्लस्टर व जींस निर्माण के लिए मिले 20 लाख रुपये। शेष पांच क्लस्टरों के लिए मिले 10-10 लाख।

By Murari KumarEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Sun, 16 Aug 2020 08:37 AM (IST)
बाढ़ के कहर के बीच मुजफ्फरपुर के लिए अच्छी खबर, रोजगार देने के लिए सरकार ने की यह पहल
बाढ़ के कहर के बीच मुजफ्फरपुर के लिए अच्छी खबर, रोजगार देने के लिए सरकार ने की यह पहल

मुजफ्फरपुर [प्रेम शंकर मिश्रा]। कोरोना व बाढ़ के कहर के बीच जिले के लिए एक अच्छी खबर भी है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए तय सात क्लस्टरों के लिए सरकार की ओर से राशि मिल गई है। इसमें लहठी क्लस्टर भी शामिल है। इसका वर्षों से इंतजार भी था। इसके अलावा दो रेडिमेड, पेवर ब्लॉक, वुडेन फर्नीचर, मोबाइल चार्जर व मिठाई डब्बे का क्लस्टर शामिल है। दो रेडिमेड क्लस्टरों में से एक जींस का होगा। यह बोचहां में होगा। वहीं दूसरा औराई की जनाढ़ पंचायत में होगा।  

loksabha election banner

प्रवासी कुशल कारीगरों को जोडऩे की मुहिम

जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक परिमल सिन्हा के अनुसार प्रवासी स्किल कारीगरों को इन क्लस्टरों को जोडऩे में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए उनका चयन कर लिया गया है। सभी सात क्लस्टरों के लिए जो राशि उपलब्ध हुई है उसमें लहठी व जींस के लिए बीस-बीस लाख रुपये हैं। शेष के लिए दस-दस लाख रुपये हैं। नव प्रवर्तन योजना के अंतर्गत यह राशि डीआरडीए को मिल गई है। अभी बाढ़ के कारण काम शुरू नहीं हो सका है। तैयारी पूरी है। बाढ़ के बाद इसपर काम शुरू हो जाएगा। सभी क्लस्टरों को स्थाई विक्रेताओं से जोड़ा जाएगा।ताकि, बाजार आसानी से उपलब्ध हो सके।

जीविका समूह से लहठी निर्माण

जिले की लहठी देश-विदेश में प्रसिद्ध है। मगर, उचित मूल्य नहीं मिल पाने से यहां के कारीगर काम छोड़ते जा रहे। बोचहां के झपहां में लहठी क्लस्टर को जीविका समूह से जोड़ा जाएगा। यहां निर्माण, प्रशिक्षण के अलावा लहठी की बिक्री भी होगी। इससे कारीगरों को सही मूल्य मिल सकेगा। वे शोषण के शिकार नहीं हो सकेंगे। वहीं बोचहां में जिला परिषद के मनरेगा भवन में जींस की फैक्ट्री खुलेगी। इसमें तामिलनाडु के त्रिचुर से आए स्किल्ड कारीगरों को काम मिलेगा। साथ ही यहां तैयार जींस को जीमाइ कंपनी खरीदेगी। इन दोनों क्लस्टर के लिए पुल निर्माण निगम से 20-20 लाख रुपये मिले हैं। 

परोक्ष रूप से बढ़ेंगे रोजगार

इन सात क्लस्टरों में 119 कारीगरों को सीधे रोजगार मिलेगा। मगर, कच्चा माल से लेकर तैयार सामग्री की बिक्री से बड़ी संख्या में लोगों को काम उपलब्ध हो सकेगा। वहीं सीधे तौर पर कारीगरों की संख्या बढ़ती जाएगी।  

कहां कौन सा क्लस्टर

क्लस्टर             प्रखंड             राशि (लाख रुपये)   कारीगर 

लहठी               बोचहां (झपहां)              20           20

रेडिमेड जींस      बोचहां (मनरेगा भवन)     20           15

रेडिमेड           औराई (जनाढ़)             10            26

मोबाइल चार्जर   साहेबगंज                    10           11

मिठाई डब्बा      बंदरा                        10            15

पेवर ब्लॉक       कांटी                         10             17

वुडेन फर्नीचर    कटरा                       10             15 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.