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Darbhanga News : सोना लूट बच्चों का काम नहीं, सरेंडर से पहले वैशाली के शातिर मनीष का बयान

घटना से पांच दिन पहले अपने चार अन्य साथियों के साथ दरभंगा आया था मनीष सभी के नाम आए सामने एक गिरफ्तारसरेंडर से पूर्व दिए गए बदमाश के बयान ने बढ़ाई पुलिस की बेचैनी खंगाले जा रहे मनीष के साथियों के ठिकाने

By DharmendraEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 08:42 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 08:42 PM (IST)
Darbhanga News : सोना लूट बच्चों का काम नहीं, सरेंडर से पहले वैशाली के शातिर मनीष का बयान
दरभंगा के बड़ा बाजार से करोड़ों के जेवरात लूटकांड में शातिर मनीष सहनी क‍िया सरेंडर।

दरभंगा, जेएनएन। बड़ा बाजार से करोड़ों के जेवरात लूटकांड में वैशाली कोर्ट में सरेंडर से पहले शातिर मनीष सहनी का एक बयान सामने आया है। इसमें उसने दरभंगा आने की बात कबूल की है। लेकिन, घटना तिथि से पहले आने की बात कही है। वह अपने चार साथी सुधांशु, भुट्टा, रोहित और अमन मल्लिक के साथ लहेरियासराय के मदारपुर निवासी अपने फुफेरे भाई भूषण सहनी के साथ पहुंचा था। जहां उसने सिगरेट की कश लगाई और खाना खाया। इसके बाद भूषण ने उसे दरभंगा में सोना लूट होने की बात कही। इतना सुनते ही मनीष ने कहा- यह बच्चा का काम नहीं। मनीष का यह बयान पूछताछ से संबंधित है। सोना लूट में मनीष स्वंय को शामिल होने से इन्कार किया है। लेकिन, भूषण के बुलावे पर वह अपने चार शार्गिदों के साथ अपाचे और एफजेड बाइक से चार दिसंबर को दरभंगा आने और भूषण के माध्यम से उसे शहर में सोना लूट होने की जानकारी होने की बात को स्वीकार कर लिया है। इस बयान ने पुलिस की बैचेनी बढ़ा दी है।  पुलिस लगातार मनीष के शेष साथियों की खोज में लगी है। 

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लूट की खबर की कटि‍ंग अपने साथियों को भेजा था मनीष : 

घटना के दूसरे दिन विभिन्न समाचार पत्रों में छपी लूट की खबर को वैशाली का शातिर मनीष सहनी कङ्क्षटग कर अपने साथियों को व्हाट््सएप पर भेजता था। उसके शार्गिदों के पास बरामद किए गए मोबाइल से इसका राज खुला है। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने निर्भिक होकर बताया कि यह तो कोई भी कर सकता है। इसके पीछे उसका कोई गलत मंशा नहीं था। लेकिन, पुलिस इसे साक्ष्य मानकर अनुसंधान करने में जुटी है। दरभंगा आने, लूट की खबर की जानकारी होने और लूट की खबर को फॉरवार्ड करने यह साबित कर दिया है कि घटना में उसकी संलिप्ता है। पुलिस का मानना है कि लूट की खबर में जितनी राशि के जेवरात को दिखाया गया है उतनी की लूट नहीं होने के कारण ही इसने अपने साथियों के मोबाइल पर विभिन्न सामाचार पत्रों की खबर को कङ्क्षटग कर व्हाट््सएप पर भेजा था। बहरहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। 

मनीष का शार्गिद अमन गिरफ्तार, कई मोबाइल जब्त : 

घटना का पूर्ण पर्दाफाश करने के लिए जिला पुलिस की छह टीम के अलावा पटना की एसटीएफ और सीआइडी की टीम लगातार वैशाली में छापेमारी कर रही है। इस दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मनीष के एक खास शार्गिद अमन मल्लिक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास कई मोबाइल भी बरामद किया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह चार दिसंबर को मनीष के साथ दरभंगा गया था। आगे वह कुछ बताने से परहेज कर रहा है। हालांकि, अन्य जानकारी मनीष के पास होने की बात कही है। 

मनीष और भूषण के एक साथ होगी पूछताछ : 

घटना में गिरफ्तार किए गए लहेरियासराय के मदारपुर निवासी भूषण सहनी ने वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र स्थित नरवाज चौक (नखास चौक) निवासी शातिर बदमाश मनीष सहनी का नाम बताया था। इसके बाद मनीष की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की गई। पुलिस के दबाव को देख उसने बुधवार को वैशाली कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस दौरान उससे हुई पूछताछ में कई ऐसी जानकारी मिली जो भूषण के पास है। ऐसी स्थिति में पुलिस मनीष को वैशाली से रिमांड पर लेने के बाद भूषण को भी रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है। रिमांड पर लेने के साथ दोनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ की जाएगी। 

समस्तीपुर जिले के कई सीसी कैमरों के फुटेज को खंगाला :

 जिला पुलिस की तकनीकी सेल की टीम ने समस्तीपुर जिले के कई सीसी कैमरों के फुटेज को भी खंगाला है। दरअसल, घटना को अंजाम देने के बाद लूट गए जेवरात के साथ एक बाइक पर सवार तीन बदमाश फोरलेन के सिमरी थाना क्षेत्र से सढ़वाड़ा होते हुए समस्तीपुर की ओर फरार हुआ था। वहां तक के सीसी फुटेज मिलने के बाद आगे कोई सुराग नहीं मिला। इसे देखते हुए पुलिस विशनपुर थाना क्षेत्र से समस्तीपुर और सढ़वाड़ा से सरूपा चौक से पूसा जाने वाली सड़क के कई सीसी कैमरा को खंगालने में जुटी है। लेकिन, अभी तक टीम को कोई सफलता नहीं मिली है।

यह है घटनाक्रम :

बता दें कि दगरू सेठ नामक प्रसिद्ध आभूषण कारोबारी की थोक दुकान बड़ा बाजार में अलंकार ज्वेलर्स के नाम से चलती है। यह दुकान पवन कुमार लाठ व उनके भाई सुनील लाठ मिलकर चलाते हैं। 9 दिसंबर की सुबह व्यवसायी अपनी दुकान को खोलकर बैठे ही थे कि अचानक से बदमाश दुकान के अंदर दाखिल हुए। व्यवसायी व दुकान में बैठे सभी लोगों को तमंचे की नोक पर ले लिया। सीधे सोने के आभूषणवाली तिजोरी को खुलवाया और उसके अंदर रखे सभी आभूषण अपने साथ लाए बैग में रख लिया। दुकान में बैठे चार लोगों के सेलफोन भी छीन लिए। लूट की घटना को अंजाम दे रहे बदमाशों ने दुकान के अंदर से ही फायङ्क्षरग शुरू कर दी। जिसमें व्यवसायी सुनील समेत दो लोग जख्मी हो गए। इस दौरान बदमाशों ने 25 राउंड से ज्यादा गोली चलाई थी।


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