Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर में कोरोना वैक्सीन निबंधन में फर्जीवाडा, सदर अस्पताल की मुहर लगी पर्ची जब्त

सदर अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी ने जांच में तीस लोगों को पकड़ा। पर्ची की जांच होने के बाद वहां पर हड़कंप मचा गया। फर्जी पर्ची लेकर टीकाकरण के लिए लाइन में लगे लोग भाग निकले। आठ लोगों को सुरक्षा प्रहरी ने सिविल सर्जन के सामने बारी-बारी से उपस्थित किया।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 29 Aug 2021 09:35 AM (IST)Updated: Sun, 29 Aug 2021 09:35 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में कोरोना वैक्सीन निबंधन में फर्जीवाडा, सदर अस्पताल की मुहर लगी पर्ची जब्त
डाटा इंट्री आपरेटर को अब करना होगा पूरा हस्ताक्षर। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल में कोरोना टीकाकरण लेने के लिए फर्जी पर्ची का सहारा लिया जा रहा है। शनिवार को सदर अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी एसके शर्मा ने जांच में तीस लोगों को पकड़ा। पर्ची की जांच होने के बाद वहां पर हड़कंप मचा गया। फर्जी पर्ची लेकर टीकाकरण के लिए लाइन में लगे लोग भाग निकले। आठ लोगों को सुरक्षा प्रहरी ने सिविल सर्जन के सामने बारी-बारी से उपस्थित किया। सीएस ने सबसे पूछताछ की। पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए उपाधीक्षक से रिपोर्ट मांगी। मुख्य गेट के सीसी कैमरे की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया।

loksabha election banner

इस तरह से मामला आया

सदर अस्पताल में मोतीपुर हरदी निवासी मो. इब्राहिम के पास से फर्जी पर्ची बरामद की गई। उसने बताया कि सुबह करीब छह बजे टीका लेने के लिए सदर अस्पताल में आ गया था। वह टीकाकरण के लिए पूछताछ करके आगे बढ़ा। उसी समय एक युवक आया तथा बोला कि टीका लेना है। आधार कार्ड दीजिए। उसके बाद वह बाहर निकला और सत्यापन कर पर्ची दे दिया। वह टीका लेने पहुुंचे तो छानबीन की गई तो जानकारी मिली कि पर्ची फर्जी है।

फर्जी मुहर की जांच कर होगी कार्रवाई

सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल के गेट पर मुहर बनाने की कई दुकानें हैं। किसी ने वहां से फर्जी मुहर बनवा लिया है। जिससे वह लोगों के आधार का सत्यापन कर रहा है। इसकी जांच कर कार्रवाई होगी।

शुक्रवार को हुई थी आशंका

शुक्रवार को परिसर में मुश्ताक नाम का व्यक्ति कोरोना वैक्सीन लेने के बाद उसके सत्यापन के लिए घूम रहा था। मुख्य सुरक्षा अधिकारी एसके शर्मा से उसकी मुलाकात हुई। उसने बताया कि वैक्सीन लेने के बावजूद मैसेज नहीं आया। उसने 17 अगस्त को टीका लिया था। शर्मा जब उसको लेकर निबंधन काउंटर पर गए तो पाया गया सदर अस्पताल में उसका निबंधन नहीं हुआ था। उसके बाद फर्जीवाड़े की आशंका गहरा गई। शनिवार को जब टीकाकरण केंद्र पर जांच होने लगी तो ऐसे 25 से 30 लोग सामने आए।

ये बनी नई व्यवस्था

- अब टीकाकरण के लिए निबंधन करने वाले डाटा आपरेटर अपना पूरा हस्ताक्षर करेंगे। सीसी कैमरे से गेट पर आने वालों की गतिविधि खंगाली जाएगी। सदर अस्पताल के दोनों गेट पर सुरक्षा प्रहरी नजर रखेंगे।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.