मुजफ्फरपुर में फाइनेंस कंपनी से लूटकांड में चार हिरासत में, नकदी भी बरामद Muzaffarpur News
वैशाली अहियापुर और सरैया से दबोचे जाने की सामने आ रही बात। पिस्टल और गोली भी बरामद गोपनीय तरीके से चल रही कार्रवाई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरैया ब्लॉक रोड स्थित उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक की शाखा से 8.04 लाख लूटकांड में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। चार लुटेरों को दबोचने की बात सामने आ रही है। इनके पास से लूटी गई राशि में से करीब चार लाख रुपये, पिस्टल और गोलियां भी बरामद की गईं हैं। इन सभी को सरैया, पारू, अहियापुर और वैशाली से पकड़ा गया है।
पुलिस के वरीय अधिकारियों की तरफ से अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। शीघ्र उद्भेदन की बात कही जा रही है। पकड़े गए लुटेरों में एक अधेड़ भी शामिल है, जो इस गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। पुलिस की मानें तो उसके खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और जेल भी जा चुका है। एक साल के भीतर उसने अपना नया गिरोह तैयार कर लिया था और कई लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
इन चारों से पूछताछ कर पुलिस अन्य लुटेरों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस की कार्रवाई काफी गोपनीय तरीके से चल रही है। एसडीपीओ सरैया राजेश कुमार शर्मा इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। एसएसपी जयंत कांत पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं।
रुपये को ठिकाना लगाने तक का नहीं मिला मौका
घटना के बाद पुलिस को बैंक के दफ्तर से जो फुटेज मिला था उसे आसपास के जिले के सभी थानाध्यक्षों को भेजा गया। इसी से एक लुटेरे की पहचान कर ली गई। देर रात विशेष टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर उसे दबोचा। उसकी निशानदेही पर अन्य तीन भी पकड़े गए। शेष राशि फरार लुटेरों के पास होना बताया गया है। इस घटना में पुलिस की कार्रवाई इतनी त्वरित रही की लुटेरों को राशि ठिकाना लगाने तक का मौका नहीं मिला। कहा तो यह भी जा रहा है कि जिस कपड़े और जूते में बैंक लूटने पहुंचे थे, उसी में दबोचे गए हैं।
दोनों लूट की घटना में संलिप्तता के बारे में हो रही पूछताछ
हिरासत में लिए गए लुटेरों से भिखनपुरा स्थित कुरियर कंपनी और मोतीपुर बीओआइ की शाखा से लूटकांड में संलिप्तता की बिंदु पर पूछताछ की जा रही है। क्योंकि पुलिस को इन तीनों घटनाओं से जो फुटेज मिला है उसकी एक दूसरे से काफी समानताएं पाई गईं हैं। लुटेरों की कद-काठी भी समान बताई जा रही है। पुलिस संभावना व्यक्त कर रही है कि इन तीनों घटनाओं में इसी गिरोह का हाथ हो सकता है।