पश्चिम चंपारण : स्वास्थ्य विभाग की ओर से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता जिले में पखवारा का होगा आयोजन
संकट के इस दौर में सेवाओं के अनुपलब्धता के कारण मनचाहे गर्भधारण में कोई भी वृद्धि मातृ मृत्यु दर को प्रभावित करने के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल की लागत एवं नवजात के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। परिवार नियोजन के तहत बन्ध्याकरण व नसबंदी कराने की भी होगी व्यवस्था
पश्चिम चंपारण, जासं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में जनसंख्या स्थिरता व दंपत्ति संपर्क पखवारा का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिलाधिकारी, सिविल सर्जन व मेडिकल कालेज के अधीक्षक को पत्र भेजकर आवश्यक निर्देश दिया है। दिए गए निर्देश में प्रजनन स्वास्थ्य सेवा को पूर्व की भांति बहाल करने की बात कही गई है। संकट के इस दौर में सेवाओं के अनुपलब्धता के कारण मनचाहे गर्भधारण में कोई भी वृद्धि मातृ मृत्यु दर को प्रभावित करने के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल की लागत एवं नवजात के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। ऐसे में दंपत्ति संपर्क पखवारा 10 जुलाई तक व जनंसख्या स्थिरता पखवारा 11 से 31 जुलाई तक आयोजन करने का निर्देश दिया गया है।
सीएस डा. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरतता पखवारे के लिए प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, सलाहकार तथा आशा को प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि वे जनसंख्या स्थिरीकरण की आवश्यकता, सही उम्र में शादी, पहले बच्चे में देरी तथा बच्चों में सही अंतर के बारे में आमजन के बीच चर्चा कर मां और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर कर सके तथा गर्भ निरोधक पद्धति आदि के प्रयोग के लिए ऑनलाइन परामर्श भी दे सके। इतना ही नहीं फ्लैक्स, पोस्टर, हैंडबिल के माध्यम से भी प्रचार कराया जाएगा। उन्होने बताया कि पखवारा के दौरान परिवार नियोजन सेवाओं के तहत दी जाने वाली सेवा गर्भनिरोधक सूई, आईयूसीटी, बन्ध्याकरण एवं नसबंदी कराने पर विशेष बल दिया जाएगा। इस पखवारा को सफल बनाने के लिए सांसद, विधायक, पंचायती राज के सदस्य, शहरी निकाय, स्वास्थ्य कर्मी, सिविल सोसाईटी के सदस्य से उक्त अवधि के दौरान विभिन्न गतिविधियों पर बल दिया जाएगा। इसके लिए प्रिंट एवं इलैक्ट्रॅनिक मीडिया का भी सहयोग लिया जाएगा।
आयोजित कार्यक्रमों में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती होगा पालन
जनसंख्या स्थिरता पखवाररा एवं दंपत्ति संपर्क पखवारा के आयोजनों में कोरोना के गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि इसे दौरान संबंधित कार्यक्रमों में इस बात का पुरा ख्याल रखा जाएगा कि कहीं भी भीड़-भाड़ की स्थिति पैदा नहीं हो।