जज से 10 लाख रंगदारी मांगने में एसएफसी के पूर्व जिला प्रबंधक को उठाया Muzaffarpur News
सीसी कैमरे की फुटेज से हुई आरोपित की पहचान। हाजीपुर में थे एसएफसी के जिला प्रबंधक घूस लेते चढ़े थे निगरानी के हत्थे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जज से 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले में नगर पुलिस ने एसएफसी के पूर्व जिला प्रबंधक (डीएम) को हिरासत में लिया है। उसे अहियापुर इलाके से बुधवार को दबोचा गया। गोपनीय स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने हिरासत में लेने की बात स्वीकार की है।
थानाध्यक्ष ने कहा कि अभी कार्रवाई जारी है। कई बिंदुओं पर पूछताछ चल रही है। सत्यापन होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी। पुलिस के वरीय अधिकारी भी हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ कर रहे हैं। बताया गया कि एक सप्ताह पूर्व नगर थाना में कोर्ट के नाजीर ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें कहा था कि जज को डाक से पत्र भेजकर रंगदारी मांगी गई है। साथ ही धमकी भी दी गई है।
मामले की जांच शुरू
नगर थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने दारोगा रवि कुमार गुप्ता को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा। पत्र पर एक मोबाइल नंबर और सादपुर के एके प्रसाद का नाम लिखा हुआ था। जांच में नंबर और नाम दोनों फर्जी पाया गया। मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने संदेह के आधार पर विभिन्न जगहों पर लगे सीसी कैमरे का फुटेज खंगाला। इसी से आरोपित की पहचान हुई और उसे हिरासत में लिया गया।
घूस लेते हुए थे गिरफ्तार
हिरासत में लिए गए पूर्व जिला प्रबंधक हाजीपुर में एसएफसी में कार्यरत थे। इसी दौरान निगरानी टीम ने उन्हें घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया गया था। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई हुई थी। इसी दौरान एक डीएसपी को जेल भेजवाकर चर्चा में भी रहे थे।
सीओ के पद पर थे कार्यरत
हाजीपुर में तैनाती से पूर्व वे मुशहरी में सीओ के पद पर भी काम कर चुके हैं। विवादों से उनका पुराना नाता रहा है। वर्तमान में वे तंत्र-मंत्र की विद्या से पारंगत होने का भी आसपास के लोगों को धौंस दिखाते रहते हैं।