Muzaffarpur Nagar Nigam News: मच्छरों से निजात दिलाने को प्रतिदिन 10 वार्डों में होगी फॉगिंग, निगम ने जारी किया रोस्टर
Muzaffarpur Nagar Nigam News मच्छरों से निजात दिलाने को नगर निगम ने शुरू की कवायद। नगर निगम के रोस्टर के अनुसार दो पालियों प्रथम पाली सुबह पांच से सात बजे एवं द्वितीय पाली शाम पांच बजे से सात बजे तक फॉगिंग की जाएगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहरवासियों को मच्छरों के दंश से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम प्रतिदिन शहर के दस वार्डों में फॉगिंग कराएगा। नगर निगम ने इसका रोस्टर जारी किया है। रोस्टर के अनुसार दो पालियों, प्रथम पाली सुबह पांच से सात बजे एवं द्वितीय पाली शाम पांच बजे से सात बजे तक फॉगिंग की जाएगी। निगम के रोस्टर के अनुसार 12 अक्टूबर को प्रथम पाली में वार्ड एक से पांच एवं द्वितीय पाली में वार्ड छह से 10, 13 अक्टूबर को प्रथम पाली में वार्ड 11 से 15 एवं द्वितीय पाली में वार्ड 16 से 20, 14 अक्टूबर को प्रथम पाली में वार्ड 21 से 25 एवं द्वितीय पाली में वार्ड 26 से 30, 15 अक्टूबर को प्रथम पाली में वार्ड 31 से 35 एवं द्वितीय पाली में वार्ड 36 से 40 तथा 16 अक्टूबर को वार्ड 41 से 45 एवं द्वितीय पाली में वार्ड 46 से 49 में फॉगिंग की जाएगी। नगर आयुक्त ने कहा कि जो रोस्टर तैयार किया गया है उसके अनुसार वार्डों में फॉगिंग की जाएगी।
शहर में लगाए गए एलईडी लाइट के भुगतान को कमेटी गठित
नगर निगम एवं ईईएसएल के बीच वर्ष 2018 में सर्विस लेवल एग्रीमेंट के तहत 14061 एलईडी लाइट लगाए गए थे। करार के अनुसार एजेंसी को लाइट लगाने एवं उसके रखरखाव का जिम्मा मिला था। लाइट लगने के बाद एजेंसी निगम से भुगतान की मांग कर रही है। नगर आयुक्त ने एजेंसी के भुगतान को कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे एजेंसी को राशि का भुगतान किया जाएगा।
कमेटी में कार्यपालक अभियंता के अलावा उप नगर आयुक्त रणीधर लाल, सहायक अभियंता उग्रमोहन प्रसाद, कनीय अभियंता राज कुमार पासवान एवं पवन कुमार, सिटी मैनेजर ओमप्रकाश एवं प्रधान सहायक अशोक कुमार सिंह शामिल हैं। बता दें कि निगम बोर्ड की पिछली बैठक में पार्षदों द्वारा एजेंसी पर करार के अनुसार खराब वेपरों की मरम्मत नहीं होने की शिकायत की थी। साथ ही यह भी सवाल उठा था कि एजेंसी ने करार के अनुसार काम पूरा नहीं किया है। करार के अनुसार लगाए गए वेपरों के शाम में स्वयं जलने एवं सुबह बुझ जाने की व्यवस्था करनी थी, वह कार्य नहीं हुआ। इसपर भी बैठक में सवाल उठा था।