Muzaffarpur Flood : मुजफ्फरपुर के नए इलाकों में फैला बाढ़ का पानी, बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर डेंजर लेवल से ऊपर
Muzaffarpur Flood गुरुवार को सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर डैंजर लेबल 52.53 मीटर से 1.38 सेमी अधिक 53.91 मीटर दर्ज किया गया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur Flood : बागमती, गंडक और बूढी गंडक नदियों के तेवर में तल्खी जारी है। बूढी गंडक नदी की धाराओं में उफान के कारण शहर के नए निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। शेरपुर, पुरानी जीरोमाइल, रामनगर और मेडिकल के आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है।
गुरुवार को सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर डैंजर लेबल 52.53 मीटर से 1.38 सेमी अधिक 53.91 मीटर दर्ज किया गया। कटौझा में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.25 सेमी उपर 55.98 मीटर दर्ज किया गया। रेवाघाट में गंडक नदी का जलस्तर खतरें के निशान से 10 सेमी नीचे 54.31 मीटर दर्ज किया गया है।डीएम के निर्देश पर जल संसाधन, गंडक और आपदा प्रबंधन की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी है। एनडीआरएफ की टीम प्रभावित इलाकों में पहुंच कर पीड़ितों की मदद कर रही हैं।
13 प्रखंडों की 194 पंचायतों में बाढ़ का प्रभाव
जिले में बाढ़ का दायरा लगातार बढ़ रहा है। 16 में से 13 प्रखंड बाढ़ प्रभावित हो गया है। 13 प्रखंडों की 194 पंचायतों के 1766 वार्ड बाढ़ प्रभावित है। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कमल ङ्क्षसह द्वारा जारी प्रतिवेदन के अनुसार कुल 194 पंचायतों में 100 पंचायत आंशिक रूप से और 94 पंचायत पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित है। 1766 वार्ड की 970804 की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। पीडि़तों के लिए 160 सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है। बुधवार को सामुदायिक किचन में 97439 लोगों को भोजन कराया गया। अबतक सामुदायिक किचन में 295780 लोगों को भोजन कराया जा चुका है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 16, मोटरबोट, 28 सरकारी और 182 निजी समेत 200 नाव की व्यवस्था की गई है। 29299 लोगों के बीच पालिथीन सीट और 16104 लोगों के बीच सूखा राशन पैकेट वितरित किया गया है। पशुओं के लिए कुल सात पशु स्वास्थ्य शिविर बनाए गए हैं। जबकि ङ्क्षक्वटल पशुचारा का वितरण किया गया है।